हरदुआगंज तापीय परियोजना के कर्मचारी सड़़क पर उतरे, नारेबाजी, हंगामा, विस्‍तार से जानिए मामला Aligarh News

कासिमपुर चार माह से भुगतान न मिलने से आक्रोशित सैकडों की संख्या में आका लोजेस्टिक के कर्मचारियों ने बुधवार को गेट पर इकटठा होकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारे बाजी करते हुए चार माह से रूके हुए वेतन के भुगतान की मांग की।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 02:50 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 02:50 PM (IST)
हरदुआगंज तापीय परियोजना के कर्मचारी सड़़क पर उतरे, नारेबाजी, हंगामा, विस्‍तार से जानिए मामला Aligarh News
कर्मचारियों ने बुधवार को गेट पर इकटठा होकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कासिमपुर चार माह से भुगतान न मिलने से आक्रोशित सैकडों की संख्या में आका लोजेस्टिक के कर्मचारियों ने बुधवार को गेट पर इकटठा होकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारे बाजी करते हुए चार माह से रूके हुए वेतन के भुगतान की मांग की।

यह है मामला

हरदुआगंज तापीय परियोजना में कोल यार्ड डिजीवन को चलाने का जिम्मा आका लोजेस्टिक प्राइवेट कंपनी को दे रखा है। इस कंपनी में सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी 2012 से काम कर रहे हैं। कर्मचारियों ने कंपनी पर आरोप लगाया है 2012 से कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों से बारह घंटे काम लेती रहीं है। इतने लंबे समय का बोनस तक कंपनी ने नहीं दिया है। इस बार कंपनी ने चार माह का वेतन तक रोक लिया है। जबकि दीपावली भी करीब आ गई है। चार माह के भुगतान न मिलने से आक्रोशित कर्मचारियों ने बुधवार की सुबह परियोजना के मुख्य गेट के सामने एकत्र होकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रूके भुगतान एवं लंबे समय से रूके बोनस की मांग की। कर्मचारियों का कहना है जब तक कंपनी के द्वारा भुगतान नहीं होता तब तक काम पर नहीं लौटेंगे। कंपनी प्रबंधन के अनुसार परियोजना प्रबंधन से भुगतान नहीं मिला है जिस कारण यह समस्या बन रही है।

कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से बिगड़ेगी व्यवस्था

बुधवार को चार माह से रूके भुगतान एवं बोेनस को लेकर आका लोजेस्टिक कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर जाने से कोेल ड़िवीजन की व्यवस्था बिगड़ जायेगी। इस कंपनी का काम झारखंड़ से कोयला लेकर आ रहीं कोयले की रैंकों को खाली कराने से लेकर कोयले को चुरा कर बाॅयलर तक पहुंचाने का होता है। जबकि इस समय कोयला की स्थिति में सुधार आते ही दो से तीन रैकें रोज आ रहीं हैै। अब बड़ा सवाल यह उठता है  अगर कंपनी प्रबंधन एवं परियोजना प्र्रबंधन भुगतान को एक दूसरे पर ड़ालते रहे तो कर्मचारियों की हड़ताल कोल यार्ड की व्यवस्था बिगाड़ देगी। कर्मचारी किसी बात को मानने के मूड़ में नहीं है। पहले वेेतन का भुगतान फिर उसके बाद काम के लिए डटे है। कर्मचारियों का आरोप है चार माह से दोनों विभाग के अधिकारी एक -दूसरे पर बात टाल रहे। अगर हमें वेतन का भुगतान नहीं मिला तो हम त्योहार कैसे मनायेंगे।

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