Battle with Corona : करिए हनुमान चालीसा, बढ़ाइए इम्युनिटी Aligarh news

कोरोना से बचाव के लोग तमाम उपाय ढूंढ रहे हैं। कोई योग-व्यायाम करके सेहत पर ध्यान दे रहा है तो कुछ लोगों की मान्यता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से इम्युनिटी बढ़ती है जिससे कोरोना का खतरा कम रहता है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 05:23 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 05:23 PM (IST)
Battle with Corona : करिए हनुमान चालीसा, बढ़ाइए इम्युनिटी  Aligarh news
परिवार के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करते प्रेम प्रकाश माहेश्वरी व प्रदीप माहेश्वरी।

अलीगढ़, जेएनएन ।  कोरोना से बचाव के लोग तमाम उपाय ढूंढ रहे हैं। कोई योग-व्यायाम करके सेहत पर ध्यान दे रहा है तो कुछ लोगों की मान्यता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से इम्युनिटी बढ़ती है, जिससे कोरोना का खतरा कम रहता है। शहर के तमाम घरों में लोग हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों को जाकरूक कर रहे हैं कि अधिक से अधिक पाठ और हवन करें। 

एक सप्‍ताह से चल रहा हनुमान चालीसा

जनकपुरी निवासी समाजसेवी प्रदीप माहेश्वरी ने बताया कि उनके यहां एक हफ्ते से हनुमान चालीसा का पाठ हाे रहा है। हम लोगों के साथ बच्चे भी बड़े मन से पाठ करते हैं। कोई घंटी बजाता है तो कोई तालियां बजाकर पाठ करता है। चौपाई गाते समय सभी भक्ति में मुग्ध हो जाते हैं। फिर तो आधे घंटे तक हर कोई भक्ति में लीन दिखाई देता है। प्रदीप माहेश्ववरी बताते हैं कि पहले घर-घर में हनुमान चालीसा, दुर्गा चालीसा, सुंदरकांड आदि का पाठ हुआ करता था। लोग हवन-पूजन करते थे। तालियां बजाकर वह प्रभु की भक्ति करते थे। इससे उनके शरीर में हलचल पैदा होती थी। जिससे शरीर का संचार बना रहता था। मगर, अब लोग छोड़ते जा रहे हैं, इसका परिणाम है कि लोग तमाम बीमारियों की गितरफ्त में आ रहे हैं। हनुमान चालीसा का पाठ करने से पूरे शरीर में हलचल होती है, जिससे रक्त धमनियां दौड़ने लगती है। इससे इम्युनिटी पावर बढ़ती है। आजकल बच्चे मोबाइल में व्यस्त रहते हैं। ऐसे समय में घर में पूजा-पाठ करके उनकी इम्युनिटी पावर को बढ़ाया जा सकता है।

हनुमान चालीसा के पाठ का हो रहा प्रचार-प्रसार

गोविंद माहेश्वरी ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से हनुमान चालीसा के पाठ का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। तमाम घरों में लोगों ने शुरुआत कर दी है। भक्ति का अद्भुत स्वरुप देखने को मिलता है। आरती के समय तो तेज-तेज स्वर गूंजते हैं। इससे पूरे शरीर का व्यायाम हो जाता है। प्रेम प्रकाश माहेश्चरी ने कहा कि हमारी परंपराएं वैज्ञानिक आधारित थीं। पूजा-पाठ का कहीं न कहीं जुड़ाव विज्ञान से था। इसलिए हमारे ऋषि-मुनि हवन-यज्ञ और पूजा-पाठ पर विशेष ध्यान रखते थे। इससे उनका शरीर स्वस्थ्य रहता था। प्रेम प्रकाश माहेश्चवरी ने कहा कि यदि घर-घर हनुमान चालीसा का पाठ होने लगा तो कोरोना बीमारी से निजात मिल जाएगी। डा. अनुज ने कहा कि आज विज्ञान और डाक्टर भी कोरोना से बचाव का उपाय नहीं ढूंढ पा रहे हैं, ऐसे समय में हमें पूजन-पाठ पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। हवन करने से वातावरण शुद्ध होता है। पूजन में शिखा, वर्षा माहेश्वरी, माधाव, मकुंद माहेश्चवरी शामिल हुए।

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