हाथरस में फिर गुलजार रविवार बाजार, अब गर्म कपड़ों की भरमार
रविवार बाजार शहर में अब फिर से गुलजार होने लगा है। रविवार को इस बाजार में काफी भीड़ रही। बदलते मौसम के चलते इस बाजार में सबसे अधिक भरमार गर्म कपड़ों की रही। इस बाजार में समीपवर्ती जिलों से भी काफी दुकानदार अपना सामान बेचने आते हैं।
हाथरस, जागरण संवाददाता। रविवार बाजार शहर में अब फिर से गुलजार होने लगा है। रविवार को इस बाजार में काफी भीड़ रही। बदलते मौसम के चलते इस बाजार में सबसे अधिक भरमार गर्म कपड़ों की रही। इस बाजार में समीपवर्ती जिलों से भी काफी दुकानदार अपना सामान बेचने आते हैं।
हर रविवार को लगता है साप्ताहिक बाजार
प्रत्येक रविवार को शहर में साप्ताहिक बाजार लगता है। इस बाजार में बागमूला चौराहा से लेकर ढकपुरा रोड के वाटरवक्र्स कालोनी तक सड़क के दोनों ओर फड़ सजती हैं। इनमें सबसे अधिक दुकानें कपड़ों की होती हैं। इसके अलावा फुटवियर, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, बच्चों के खिलौने, सजावट का सामान, बर्तन, पर्दे, रेडीमेड वस्त्र की भी दुकानें लगी हुई थीं। सामान की खरीदारी के लिए सुबह से ही ग्राहकों का आना शुरू हो गया। दोपहर बाद तो इस बाजार में भीड़ लगने लगी।
आगरा व अलीगढ़ से भी आते हैं दुकानदार
शहर में रविवार बाजार लोगों के लिए सस्ते सामान का एक अच्छा विकल्प है। यह दुकानदारों के लिए भी रोजगार का बेहतर माध्यम बना हुआ है। इस बाजार का लोगों को सप्ताहभर इंतजार रहता है। इसमें सामान की बिक्री के लिए आगरा, अलीगढ़, मथुरा, एटा व कासगंज से भी दुकानदार आते हैं। बाजार में इन दिनों सबसे अधिक गर्म कपड़ों की बिक्री हो रही है।
पालिका की आय का साधन
रविवार बाजार में लोगों के लिए सस्ते सामान उपलब्ध होते हैं। इसीलिए इस बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमडऩे लगती है। इस बाजार में करीब तीन सौ दुकानें प्रति सप्ताह लगती हैं। एक दुकान से करीब सौ रुपये की तह बाजारी पालिका कर्मियों द्वारा वसूली जाती है। कुछ दबंग लोग अपने विस्तर भी दुकानदारों को किराए पर देते हैं। विस्तर नहीं मिलने पर दुकानदारों को जगह नहीं दी जाती है।
जाम के चलते बंद हो जाते हैं रास्ते
रविवार बाजार के चलते पूरे दिन यहां पर जाम की स्थिति बनी रहती है। इस मार्ग पर ढकपुरा, वाटरवक्र्स, ङ्क्षसघानिया कालोनी, रानी का नगला, दादनपुर सहित कई ग्रामों का रास्ता है। इंडस्ट्रीयल एरिया होने से इस बाजार में से बड़े वाहनों का गुजरना भी बंद हो जाता है। इसके स्थानीय लोगों के साथ राहगीरों को भी इस बाजार के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इनका कहना है
रविवार बाजार में बिक्री अच्छी हो जाती है। इसमें हम अलीगढ़ से दुकान लगाने के लिए आते हैं। अब तो बाजार में भीड़ भी बढऩे से दुकानदारों को उसका लाभ मिल रहा है।
सद्दाम, दुकानदार
इस बाजार को गरीबों का बाजार भी कहा जाता है। इसमें नये-पुराने कपड़े व सामान भी मिलता है। नया सामान भी बाजार की दुकानों से सस्ती कीमतों पर ग्राहकों को मोलभाव करने पर मिल जाता है।
सीताराम, दुकानदार