गोशालाओं की सुरक्षा के लिए लगाए जाएंगे 'हरा सोना' Aligarh news

जिले में बांस यानि ‘हरा सोना’ की खेती को लेकर भले ही किसान अभी जागरूक न हों और यह कृषि फार्म हाउस व खेतों की हद तय करने के लिए उगाए जाते रहे हो लेकिन अब इनसे गोशालाअों की सुरक्षा भी होगा।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 05:54 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:24 AM (IST)
गोशालाओं की सुरक्षा के लिए लगाए जाएंगे 'हरा सोना' Aligarh news
जिले की सभी गोशालाओं के चारों ओर बांस के पौधे लगाए जाएंगे।

अलीगढ़, जेएनएन ।  जिले में बांस यानि ‘हरा सोना’ की खेती को लेकर भले ही किसान अभी जागरूक न हों, और यह कृषि फार्म हाउस व खेतों की हद तय करने के लिए उगाए जाते रहे हो, लेकिन अब इनसे गोशालाओं की सुरक्षा भी होगा। मुख्य विकास अधिकारी अंकित खंडेलवाल की पहल पर जिले की सभी गोशालाओं के चारों ओर बांस के पौधे लगाए जाएंगे। ये पौधे गोशालाओं की हद तो तय करेंगे ही इनसे हरियाली भी आएगी। वन विभाग ने इसके लिए गड्ढों की खोदाई शुरू करा दी है।

सीएम के निर्देश पर निराश्रित गोवंशों का मिल रहा संरक्षण 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निराश्रित गोवंशों का संरक्षण किया जा रहा है। इसके लिए जिले में करीब 125 गो आश्रय स्थल यानि गोशाला बनाई गईं हैं। यहां गोवंश के रहने व चारा-पानी की व्यवस्था की गई है। केवल एक ही कमी है कि इनके चारों तरफ हरियाली नहीं हैं, जो कि आमजन ही नहीं, पशुओं के लिए बहुत जरूरी भी बहुत जरूरी है। ऐसे में पिछले दिनों प्रशासन ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ इसे लेकर विचार-विमर्श किया। वन विभाग ने बांस के पौधे लगाने की सलाह दी, जो बहुत तेजी से बढ़ते हैं और तीन-चार साल में पूरा पेड़ बन जाते हैं। इनकी आयु भी 50 साल तक होती है। लिहाजा, गोशालाओं के चारों तरफ बांस के पेड़ लगाने पर सहमति बनी है।

गोशालाओं के चारों ओर लगेंगे बांस के पेड़

उप प्रभागीय निदेशक (वन एवं पर्यावरण) सतीश कुमार ने बताया कि सीडीओ के निर्देश पर सभी गोशालाओं के चारों तरफ बांस के पेड़ लगाने के निर्देश स्थानीय वन कर्मियों को दे दिए गए हैं। जुलाई में वार्षिक अभियान के दौरान ही यहां कम से कम 10-15 पौधे लगाए जाएंगे। बांस का पेड़ बहुत उपयोगी होता है।

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