सपा नेता बोले, सरकार माफ करे बिजली का बिल और स्कूल की फीस Aligarh news
कोरोना महामारी की मार ने आम आदमी से रोटी कपड़ा और मकान छीन लिया। गरीब और असहाय लोग सड़कों पर दर-दर भटक रहे हैं। उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अलीगढ़ [जेएनएन] : कोरोना महामारी की मार ने आम आदमी से रोटी, कपड़ा और मकान छीन लिया। गरीब और असहाय लोग सड़कों पर दर-दर भटक रहे हैं। उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सपा छात्रसभा के निर्वतमान जिलाध्यक्ष रंजीत चौधरी ने आमजन की परेशानियों को देखते हुए गुुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह को सौंपा।
लॉकडाउन में गरीब, मजदूर, किसान व मध्यम वर्ग प्रभावित
ज्ञापन में उन्होंने लॉक डाउन के दौरान स्कूल फीस, किसानों का विद्युत बिल व संपत्ति कर माफ करने के साथ-साथ जरूरतमंदों को राशन मुहैया कराने व राशन कार्ड धारकों के खातों में छह माह तक पांच हजार रुपये डालने की मांग की है। उनका कहना है कि लॉकडाउन में गरीब, मजदूर, किसान व मध्यम वर्ग प्रभावित हुआ है। सरकार के बीस लाख के पैकेज से इन लोगों को कोई फायदा नहीं होगा। सपा नेता आदित्य सिकरवार का कहना है किसरकार बिना सोचे समझे कदम उठा रही हैं। पहले सरकार ने बिना योजना के लॉकडाउन किया और अब बिना किसी योजना के लॉक डाउन को खोल दिया गया है। इससे आम आदमी की परेशानियां और बढ़ेंगी। लोगों में संक्रमण का खतरा भी बढ़ेगा। ज्ञापन देने वालों में इसरार सोलंकी, दुर्गेश यादव, अरशद चौधरी, अजय शर्मा, जीतू बघेल, विनीत राज सिंह, अबसार मालिक आदि शामिल रहे।
तीन माह का बिल माफ करे सरकार
कांग्रेस पार्टी के पूर्व महानगर महासचिव आगा यूनुस का कहना है कि इलेक्ट्रिसिटी एमेंडमेंट बिल 2020 व्यावसायिक उपभोक्ता विरोधी बिल है। जब देश कोरोना महामारी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में सरकार का व्यावसायिक और औद्योगिक बिजली के बिलों में बढ़ोतरी जनता पर आर्थिक अत्याचार है। इस समय में जनता का साथ देते हुए सरकार को घरेलू, व्यावसायिक, औद्योगिक बिजली के बिलों में तीन महीने की माफी देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इलेक्ट्रिसिटी एमेंडमेंट बिल 2020 और निजीकरण को वापस नहीं लेगी, तो इसका विरोध किया जाना भी तय है।
निजी स्कूलों ने माफ की फीस
कोरोना महामारी के चलते कई निजी स्कूलों ने तीन माह की फीस माफ कर दी है। सासनी गेट स्थित फोस्टर किड्स पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या सोनम गोयल ने अभिभावकों की परेशानी देखते हुए अप्रैल, मई और जून माह की फीस माफ कर दी। आगरा रोड स्थित अर्पणा शिक्षण संस्थान ने भी छात्रों की फीस माफ कर दी।