सरकारी ठेके हो गए निरस्त, अब अवैध खनन की बढ़ी संभावना Aligarh News

अतरौली के गंगा किनारे आवंटित सांकरा व गनेशपुर गंग के दोनों सरकारी ठेके पिछले दो साल के भीतर निरस्त हो गए है। ठेकेदारों द्वारा समय से राजस्व जमा न करने पर प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। ऐसे में अब गंगा किनारे अवैध खनन की संभावना बढ़ गई हैं।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 06:29 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 06:29 AM (IST)
सरकारी ठेके हो गए निरस्त, अब अवैध खनन की बढ़ी संभावना Aligarh News
गंगा किनारे बालू खनन के दो ठेके आवंटित किए थे।

अलीगढ़, जेएनएन। अतरौली के गंगा किनारे आवंटित सांकरा व गनेशपुर गंग के दोनों सरकारी ठेके पिछले दो साल के भीतर निरस्त हो गए है। ठेकेदारों द्वारा समय से राजस्व जमा न करने पर प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। ऐसे में अब गंगा किनारे अवैध खनन की संभावना बढ़ गई हैं। जिला प्रशासन की तरफ से तहसील स्तर के अफसरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। सांकरा, गनेशपुर गंग व दीनापुर में विशेष निगरानी की जा रही है। क्षेत्रीय पुलिस को भी सक्रिय कर दिया गया है।

गंगा किनारे के दोनों ठेके निरस्त

खनन विभाग ने 2018 में अतरौली क्षेत्र के गंगा किनारे बालू खनन के दो ठेके आवंटित किए थे। इसमें एक ठेका गनेशपुर गंग में 40 एकड़ व सांकरा में 30 एकड़ क्षेत्रफल का था। सांकरा ठेकेदार का ठेका एक साल बाद ही निरस्त कर दिया गया है। यह निर्धारित समय से राजस्व जमा नहीं कर पाए थे। अब 11 फरवरी को गनेशपुर गंग में गंगा किनारे के दूसरे ठेके को भी निरस्त कर दिया गया। यह ठेकेदार भी राजस्व जमा नहीं कर पा रहा था। इस पर करीब साढ़े तीन करोड़ की धनराशि बाकी चल रही थी। ऐसे में गंगा किनारे के दोनों ठेके निरस्त हो गए हैं। 

अवैध खनन की बढ़ी संभावना

अब जिले में दोनों सरकारी ठेके निरस्त हो जाने के चलते अवैध खनन की संभावना बढ़ गई है। पिछले दिनों एडीएम वित्त की तरफ से अतरौली तहसील के एसडीएम को एक पत्र जारी किया गया है। इसमें गंगा किनारे बसे गांव में निगरानी के निर्देश दिए गए है। स्पष्ट कहा है कि किसी भी कीमत पर अवैध खनन बर्दाश्त नहीं होगी। नए ठेके होंगे जारी

जिले से गंगा व यमुना दोनों प्रमुख नदियां गुजरती हैं। पूर्व के सालों में यहां दोनों नदियों के किनारे बालू खनन के ठेके जारी होते थे। ऐसे में राजस्व को भी अच्छा खासा फायदा मिलता था। 2018 में भी जिले में गंगा किनारे दो ठेके जारी हुए, लेकिन दोनों ही निरस्त हो गए। अब जिले में एक भी ठेका नहीं है। ऐसे में स्थानीय लोगों द्वारा अवैध खनन को रोकने के लिए नए ठेके जारी करने की तैयारी चल रही है। 

अवैध खनन को लेकर प्रशासन बेहद गंभीर है। संबंधित तहसील के अफसरों को पूरी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही जल्द ही नए ठेके जारी कर दिए जाएंगे। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है। 

विधान जायसवाल, एडीएम वित्त

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