गोवंश को मिलेगा आशियाना, अलीगढ़ में बनेंगे चार नए गोसंरक्षण केंद्र, जानिए विस्‍तार से

जिले में अब हर निराश्रित गोवंश को आशियाना मिलेगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए बड़ी सौगात दी है। जिले में चार नए गोसंरक्षण केंद्र के निर्माण को स्वीकृति दे दी गई है। 4.80 करोड़ का बजट भी जारी हो गया है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 03:00 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 03:00 PM (IST)
गोवंश को मिलेगा आशियाना, अलीगढ़ में बनेंगे चार नए गोसंरक्षण केंद्र, जानिए विस्‍तार से
जिले में चार नए गोसंरक्षण केंद्र के निर्माण को स्वीकृति दे दी गई है।

अलीगढ़, जेएनएन। जिले में अब हर निराश्रित गोवंश को आशियाना मिलेगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए बड़ी सौगात दी है। जिले में चार नए गोसंरक्षण केंद्र के निर्माण को स्वीकृति दे दी गई है। 4.80 करोड़ का बजट भी जारी हो गया है। अब इन गोसंरक्षण केंद्र के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया चल रही है। दो गोसंरक्षण केंद्र के निर्माण की जिम्मेदारी पैक्सफेड व दो की सिडको को दी गई है। अगले एक साल में यह बनकर तैयार हो जाएंगे। इनमें दो हजार से अधिक गोवंश को संरक्षण मिलेगा।

चार और नए स्‍वीकृत

गोवंश का संरक्षण योगी सरकार की शुरुआत से ही प्राथमिकता में रहा है। 2018 में जिला स्तर पर एक गो संरक्षण केंद्र बनाने का फैसला लिया था। एक केंद्र के निर्माण के लिए 1.20 करोड़ रुपये की राशि तय की गई। पहले साल गभाना के नगला ओगर राजू में पहला केंद्र बनाने का फैसला लिया गया। 2019 में इसका निर्माण पूरा हो गया। इसके बााद गंगीरी ब्लाक के नवीपुर में दूसरा केंद्र खोला गया। यहां भी गोसंरक्षण संचालित हो रहा है।

अब प्रदेश सरकार ने जिले में चार और नए गोसंरक्षण केंद्र के निर्माण काे स्वीकृति दे दी है। इनमें गोंडा में सुबकरा मजूपुर, इगलास में बड़ा खुर्द, लोधा में नहरा व टप्पल में पालर शामिल हैं। एक केंद्र के निर्माण पर 1.20 करोड़ की धनराशि खर्च होगी। ऐसे में चारों केंद्रों के लिए कुल 4.80 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है। सुबकरा मजूपुर व पालर केंद्र के निर्माण की जिम्मेदारी पैक्सफेड को दी गई है। वहीं, बड़ा खुर्द व नहरा का गोसंरक्षण केंद्र का निर्माण सिकडो करेगा। दोनों संस्थाओं ने निर्माण कार्य के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसे में अगले एक साल में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

पांच एकड़ केंद्र में रहेंगी ये खास सुविधाएं

वृहद गो संरक्षण केंद्र के लिए पहले से ही मानक तय है। इसमें 14 हजार वर्ग फुट में चार अलग-अलग शेड, दो हजार वर्ग फुट में दो भूसा गोदाम, 300 वर्ग फुट में कार्यालय, औषधि कक्ष व स्टोर, 1100 वर्ग फुट में छह कर्मचारी आवास, शौचालय, आठ सौ वर्ग फुट में चारे-पानी की व्यवस्था होती है। 5400 वर्ग फुट में शेड के बाहर खुले क्षेत्र में कुछ चरनियां की व्यवस्था की जाएगी, ताकि बाद में जरूरत पडऩे पर शेड बनाया जा सके। पंप हाउस का निर्माण होता है। इसमें सबमर्सिबल पंप, सोलर वाटर पंप स्थापित होता है। 10 हजार लीटर क्षमता की पानी की टंकियां लगाई जाती हैैं।

जिले में चार और नए गोसंरक्षण केंद्र के निर्माण को स्वीकृति मिल गई है। बजट भी जारी हो चुका है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएग।

डा. चंद्रवीर सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी

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