अलीगढ़ में गंगा का पानी हुआ स्‍थिर, प्रशासन ने ली राहत की सांस Aligarh news

मंगलवार को गंगा नदी का जलस्तर स्थिर रहा। इससे अतरौली तहसील प्रशासन ने राहत की सांस ली। अब अगले 24 घंटे काफी महत्वपूर्ण होंगे। अगर बुधवार को पानी बढ़ता है तो फिर आबादी के पानी की जद में आने की संभावना है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:06 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 12:51 PM (IST)
अलीगढ़ में गंगा का पानी हुआ स्‍थिर, प्रशासन ने ली राहत की सांस Aligarh news
अलीगढ़ में गंगा नदी का जलस्तर अब स्थिर हो गया है।

अलीगढ़, जेएनएन । मंगलवार को गंगा नदी का जलस्तर स्थिर रहा। इससे अतरौली तहसील प्रशासन ने राहत की सांस ली। अब अगले 24 घंटे काफी महत्वपूर्ण होंगे। अगर बुधवार को पानी बढ़ता है तो फिर आबादी के पानी की जद में आने की संभावना है। वहीं, अगर पानी कम होता है तो फिर लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि, सोमवार को ही गंगा नदी के किनारे बसे कई गांव कई की सैकड़ों बीघा फसलों में पानी का प्रवेश हो चुका है। प्रशासन ने भी इसी हिसाब से तैयारी की है। बाढ़ चौकियों के साथ ही तहसील मुख्यालय पर नाव, बिजली व राशन की व्यवस्था भी कर ली गई है।

अतरौली तहसील से गंगा नदी गुजरती है

जिले की अतरौली तहसील से गंगा नदी गुजरती है। पिछले कई दिनों से गंगा नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा था। सोमवार सुबह यहां पर 178.50 मीटर पानी रिकार्ड किया गया था। इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की थी। ऐसे में में प्रशासन को गंगातट से लगने वाले गांवों में बाढ़ आने से जनहानि, फसल हानि अथवा किसी तरह की पशु हानि की चिंता सताने लगी। डीएम ने तत्काल एसडीएम अतरौली को अलर्ट किया। एसडीएम ने कई गांव में मौका मुआयना किया। इसमें सामने आया है कि सांकरा, गनेशपुर गंग व गोपालपुर के सैकड़ों बीघा फसल में पानी भर गया। एसडीएम लोगों से अलर्ट रहने की अपील की। हालांकि, सोमवार से लेकर मंगलवार शाम तक गंगा नदी का पानी स्थिर बना हुआ है। मंगलवार को भी 178 मीटर के करीब ही पानी रिकार्ड किया गया। वहीं, गंगा से सटे गांव में भी खेतों तक ही पानी सीमित है। हालांकि, अभी आने वाले 24 घंटे काफी महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं। अगर इस समय में पानी घटता है तो फिर गंगा के अंदर प्रवेश करने में देर नहीं लगेगी। एसडीएम पंकज कुमार ने मंगलवार को तहसीलदार के साथ सांकरा समेत अन्य गांव में मौका मुआयना किया। इसमें पानी के स्तर को देखा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को पानी पूरी तरह से स्थिर रहा। इस लिए अभी घबराने जैसी कोई बात नहीं है। हालांकि, लोगों को अलर्ट किया गया है वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। अगर गांव में पानी प्रवेश करे तो ऊंचे स्थानों पर चले जाएं। 

इन गांव पर बाढ़ का खतरा

सांकरा, दीनापुर, गनेशपुर गंग, हमीदपुर, रुस्मतनगर, नगला जोगिया, सीकरी, गहतोली, गंगा नगला अलिया, गोपालपुर, हारुनपुर, अहतमाली, नयावली, शकूरगंज, सांकरा, टोडरपुर, गैर अहतमाली, टोडरपुर अहतमाली, कितरतौली, हारुनपुर, नगला सीसई और अलीपुर। 

इस स्थिति में बाढ़ ग्रस्त होगा क्षेत्र

किसी गांव या क्षेत्र को बाढ़ ग्रस्त घेाषित करने के मानक पहले से तय हैं। अगर किसी गांव का संपर्क मार्ग पानी से खत्म हो जाता है तो उसे बाढ़ ग्रस्त घोषित कर दिया जाता है। वहीं, आबादी वाले क्षेत्र में पानी प्रवेश होने पर भी प्रशासन बाढ़ ग्रसत घोषित करता है।

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