डा आस्था अग्रवाल की हत्या में चौथा आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर, जानिए विस्‍तार से Aligarh News

क्वार्सी क्षेत्र के रमेश विहार कालोनी में 12 अक्टूबर की रात महिला डाक्टर आस्था अग्रवाल की हुई हत्या के मामले में चौथा आरोपित अशोक अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। इसकी तलाश में सर्विलांस व एसओजी की टीमें लगी हुई हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 03:02 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 03:02 PM (IST)
डा आस्था अग्रवाल की हत्या में चौथा आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर, जानिए विस्‍तार से Aligarh News
तलाश में सर्विलांस व एसओजी की टीमें लगी हुई हैं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। क्वार्सी क्षेत्र के रमेश विहार कालोनी में 12 अक्टूबर की रात महिला डाक्टर आस्था अग्रवाल की हुई हत्या के मामले में चौथा आरोपित अशोक अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। इसकी तलाश में सर्विलांस व एसओजी की टीमें लगी हुई हैं। लेकिन, आरोपित का पता नहीं लग पा रहा है। दूसरी तरफ पुलिस अब पूरा जोर साक्ष्य संकलन पर दे रही है।

यह है मामला

इंटीग्रेटेड कोरोना कंट्रोल रूम में तैनात डा. आस्था अग्रवाल का शव 13 अक्टूबर को उनके रमेश विहार स्थित घर के कमरे में फंदे पर लटका मिला था। डा. आस्था की बहन आकांक्षा अग्रवाल ने कासिमपुर में राधिका आक्सीजन प्लांट चलाने वाले पति अरुण अग्रवाल समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में अरुण के बड़े भाई तरुण अग्रवाल को आरोपित को शरण देने के आरोप में जेल भेज दिया था। इधर, आरोपित पति अरुण अग्रवाल को पुलिस ने सोमवार को जवां क्षेत्र के कासिमपुर के पास से दबोच लिया था। आरोपित ने हत्या का जुर्म स्वीकारते हुए बताया कि प्लांट में तैनात निजी गार्ड विकास निवासी साथा, जवां का सहयोग लिया था। इसमें विकास के ही जरिए गांव के पवन कुमार व अशोक उर्फ टशन काे हत्या के बदले एक लाख रुपये की सुपारी दी थी।

हत्‍या के बाद फंदे पर लटकाया था शव

आरोपित अरुण ने बताया कि योजना के तहत 12 अक्टूबर की रात को कार से विकास व उसके दोनों साथियों के साथ मिलकर बच्चों को डरा-धमका कर ड्राइंग में बिठा दिया था। फिर तेज आवाज में टेलीविजन चला दिया। ताकि चीख-पुकार की आवाज बाहर न जा सके। फिर रस्सी की मदद से पहले गला घोंट दिया और उसके बाद घटना को आत्महत्या दर्शाने के लिए शव को छत के जाल में फंदे पर लटका दिया था। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि तीनों आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं। चौथे आरोपित की तलाश में टीमें लगी हुई हैं।

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