Corona infection : अलीगढ़ में ढाई महीने बाद मिला संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट Aligarh news
अलीगढ़ जागरण संवाददाता। अलीगढ़वासियों के लिए यह खबर अच्छी नहीं है। जनपद में कोविड-19 वायरस ने फिर दस्तक दे दी है। बुधवार को एडीए कालोनी के 55 वर्षीय व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि हुई है। मरीज का जेएन मेडिकल कालेज में उपचार चल रहा है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। अलीगढ़वासियों के लिए यह खबर अच्छी नहीं है। जनपद में कोविड-19 वायरस ने फिर दस्तक दे दी है। बुधवार को एडीए कालोनी के 55 वर्षीय व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि हुई है। मरीज का जेएन मेडिकल कालेज में उपचार चल रहा है। ढाई माह बाद कोरोना का कोई नया संक्रमित मरीज सामने आया। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन अलर्ट हो गया है। ऐसे में सभी को सतर्क होने की जरूरत है। मास्क का इस्तेमाल जरूर करें और शारीरिक दूरी का भी पालन करें।
तीन जुलाई को अंतिम कोरोना मरीज मिला था
जिले में कोरोना की दूसरी लहर की समाप्ति पर तीन जुलाई को अंतिम कोरोना मरीज सामने आया था। तब से रोजाना चार से पांच हजार लोगों की सैंपलिंग हो रही थी, लेकिन कोई नया मरीज नहीं निकला। इससे तमाम बेफिक्र थे। चर्चा होने लगी कि कोरोना खत्म हो गया। स्वास्थ्य विभाग की अपील के बाद भी लोग लापरवाह होते चले गए। चेहरे से मास्क हट गया तो शारीरिक दूरी के बंधन भी तोड़ दिए। जबकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व चिकित्सक लोगों को समझाते रहे कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। यदि लापरवाही बरती तो फिर से वापसी हो सकती है। आखिरकार, ये नया मामला सामने आ गया। रामघाट रोड स्थित एडीए कालोनी के 54 वर्षीय को पिछले दिनों तेज बुखार आया। स्वजन ने इसे मौसमी बुखार समझा और दवा ले ली, लेकिन 21 सितंबर को मरीज को सांस लेने में तकलीफ हुई। स्वजन तुरंत ही मेडिकल कालेज ले गए। मेडिकल कालेज की टीम को शक हुआ। मरीज की आरटीपीसीआर जांच कराई तो रिपोर्ट पाजिटिव निकली। बुधवार को मेडिकल कालेज में कोरोना के मरीज की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया। अधिकारियों ने फिर से लोगों कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की अपील जारी कर दी।
यात्रा की नहीं जानकारी
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के नए मरीज की हिस्ट्री खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि पता चल सके कि यह व्यक्ति संक्रमित हुआ तो कैसे। हालांकि, अभी तक की पड़ताल में उसके किसी यात्रा से लौटने की बात सामने आई है। गुरुवार को विभागीय टीमें मेडिकल कालेज पहुंचकर जरूरी जानकारी जुटाएगी। एक टीम मरीज के घर भी पहुंचेगी। परिवार व आसपास के लोगों के सैंपल भी लिए जाएंगे। कोरोना का यह कैसा वैरिएंट है, इसकी भी जांच कराई जाएगी। बता दें कि करीब एक माह पूर्व हाथरस में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, लेकिन उसके बाद कोई नया मरीज नहीं मिला। संभवतः यहां भी ऐसा ही हो, लेकिन इसके लिए सावधानी तो बरतनी ही पड़ेगी।
घबराएं नहीं, सावधानी बरतें
सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय ने कहा, नया कोविड संक्रमित मरीज मिलने से घबराने की जरूरत नहीं। लोगों ने अपनी समझदारी से पहले भी कोरोना जनपद से विदा किया। अब फिर से पहले की सावधानी और सतर्कता बरतना शुरू कर दें। घर से निकलें तो मास्क लगाएं। हाथों को सैनिटाइज करते रहें। शारीरिक दूरी का पालन व कोविड प्रोटोकाल को फिर से जीवन में लागू कर लें।