पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह की प्रियंका गांधी कोे दो टूक, ये है वजह Aligarh News
चौ. बिजेंद्र सिंह काफी समय से पार्टी गतिविधयों से दूरी बनाए हुए हैं। दरअसल वे वरिष्ठता के बावजूद पार्टी में हो रही अनदेखी से आहत हैं। कई बार वे हाईकमान के समक्ष अपनी नाराजगी भी जता चुके हैं। पिछले दिनों उनकी प्रियंका गांधी से फोन पर वार्ता हुई।
अलीगढ़, जेएनएन। पूर्व सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चौ. बिजेंद्र सिंह हाईकमान से इतने खफा है कि भविष्य में कोई भी कड़ा फैसला ले सकते हैं। चार दिन पूर्व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को दो टूक कहा दिया है कि यदि पार्टी में वफादारी व संघर्ष की कोई कीमत नहीं तो अब मेरा यहां और रहना संभव नहीं । प्रियंका ने एक सप्ताह में उन्हें वार्ता के लिए दिल्ली बुलाया था, मगर अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। इससे वे बेहद नाराज हैं। बहरहाल, इन दिनों पूर्व सांसद के सपा में जाने की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं।
पार्टी गतिविधियों से बनाई दूरी
चौ. बिजेंद्र सिंह काफी समय से पार्टी गतिविधयों से दूरी बनाए हुए हैं। दरअसल, वे वरिष्ठता के बावजूद पार्टी में हो रही अनदेखी से आहत हैं। कई बार वे हाईकमान के समक्ष अपनी नाराजगी भी जता चुके हैं। पता चला है कि पिछले दिनों उनकी प्रियंका गांधी से फोन पर वार्ता हुई। उन्होंने प्रियंका से कहा कि पार्टी में अब वफादारी व संघर्ष की कोई कीमत नहीं रही। पार्टी पर चापलूसों, गद्दारों व धोखेबाजों ने कब्जा कर रखा है। इससे मैं खुद को अपमानित महसूस कर रहा हूं। चार बार का विधायक और सांसद रहा हूं। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया, मगर मैंने भी अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस को समर्पित कर दी। हमेशा से जनता के हित में लड़ता रहा हूं। भट्टा पारसौल से लेकर अन्य किसान आंदोलन में पूरी ताकत के साथ जुटा, मगर अब मुझे लग रहा है कि मैं उनके लिए कुछ नहीं कर पा रहा। जहां जनता का हित ही सुरक्षित नहीं, वहां रहकर मैं क्या करूंगा।? प्रियंका ने उन्हें वार्ता के लिए सात दिन में दिल्ली बुलाने का भरोसा दिया। चार दिन बाद भी कोई सूचना नहीं मिलने से पूर्व सांसद काफी नाराज हैं। ऐसे में वे कोई भी कड़ा कदम उठा सकते हैं।
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हां, मेरी प्रियंका गांधी से कुछ मुद्दों पर बातचीत हुई है। जहां जनता का हित प्रभावित हो, वहां मैं नहीं रह सकता। जहां मान-सम्मान मिले, वहां जाने पर विचार-विमर्श किया जा सकता है। फिलहाल, कांग्रेस में ही हूं, लेकिन बहुत दुखी हूं क्योंकि वफादारी और संघर्ष को कोई सम्मान नहीं मिल रहा। सपा या अन्य किसी दल में जाने के बारे में नहीं सोचा। कहां रहूंगा, यह भविष्य तय करेगा।
- चौ. बिजेंद्र सिंह, पूर्व सांसद कांग्रेस।
वे पार्टी के आधार स्तंभ हैं। चार बार के विधायक व सांसद भी हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए काफी मेहनत की है। कुछ मुद्दों पर वे पार्टी से नाराज हो सकते हैं। उनके सपा में जाने की बात निराधार है। वे कांग्रेस में ही हैं और रहेंगे।
- चौ. सुरेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष कांग्रेस।