आपसी मतभेदों को भुलाकर चुनाव की तैयारी में जुटेंः बदरूद्दीन Aligarh News
बदरूद्दीन कुरैशी ने कहा कि कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान को वार्ड व पंचायत स्तर पर नई ऊर्जा मिल रही है। कांग्रेस का जनाधार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। इस बार जिला पंचायत चुनाव के साथ हमें 2022 में विधानसभा चुनाव भी लड़ना और जीतना है।
अलीगढ़, जेएनएन। कांग्रेस नेतृत्व अपने नेताओं के बीच आपसी मतभेदों की खाई को पाटकर आगामी विधानसभा चुनाव में उतरना चाहती है। ऐसे में रविवार को पूर्व प्रदेश महासचिव रूही जुबैरी के मेरिस रोड स्थित आवास पर जिला व महानगर, फ्रंटल संगठनों, पूर्व पदाधिकारी समेत तमाम जिले के तमाम वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई गई। इसमें प्रदेश महामंत्री व अलीगढ़ जोन के प्रभारी बदरूद्दीन कुरैशी ने सभी से एकजुट होकर तैयारी में जुटने का अाह्वान किया।
कांग्रेस का जनाधार बढ़ा
बदरूद्दीन कुरैशी ने कहा कि कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान को वार्ड व पंचायत स्तर पर नई ऊर्जा मिल रही है। कांग्रेस का जनाधार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। इस बार जिला पंचायत चुनाव के साथ हमें 2022 में विधानसभा चुनाव भी लड़ना और जीतना है।कई वरिष्ठ नेताओं ने शिकायत की कि संगठन में युवाओं को वर्चस्व हो गया है, वरिष्ठ नेताअों को कार्यक्रमों की सूचना तक नहीं दी जाती। प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश दीक्षित ने कहा कि प्रत्येक बूथ पर कांग्रेस की टीम लगेगी। युवाओं की ऊर्जा और वरिष्ठ नेताओं के अनुभव से ही जीत मिलेगी। सभी को सम्मान मिलेगा। 24 जनवरी को पैदल मार्च होगा।
पूर्व प्रदेश महासचिव रूही जुबैरी, वरिष्ठ नेता असद फारुख, अनिल कुमार आर्य, सैयद वसीम अहमद, इंजीनियर आगा युनूस, कैलाश बाबू वाल्मीक, नीता, पूर्व कार्यवाहक जिलाध्यक्ष संतोष सिंह जादौन ने विचार रखे। जिलाध्यक्ष चौधरी सुरेंद्र सिंह बालियान व महानगर अध्यक्ष परवेज अहमद ने कहा की कांग्रेस के कार्यकर्ता गांव गांव गली-गली जाकर कांग्रेस की नीतियों और सिद्धांतों को लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
इन्होंने बताईं कांग्रेस की नीति
इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष गिरवर शर्मा, पूर्व महानगर अध्यक्ष सैयद वसीम अहमद,रमेश शर्मा, सैयद माजिद हुसैन जैदी, सौरभ द्विवेदी, वीरी सिंह बंजारा, तारीख ख्वाजा, रामगोपाल रैना, मनोज सक्सेना, नौशाद कुरैशी, नदीम गफूर, राजवीर प्रजापति सुशील गुप्ता, रिंकू उपाध्याय, मुस्ताक अहमद, अनवर अकील आदि मौजूद रहे।
एकजुट करने के लिए
कांग्रेस में हमेशा से गुटबाजी हावी रही है। ऐसे में बदरूद्दीन कुरैशी सभी नेताअों को एक साथ बुलाकर बात करना चाहते थे। ऐसे में बैठक के लिए रूही जुबैरी के आवास को चुना गया, क्योंकि उनका कोई विरोधी नहीं। फिर भी एक वरिष्ठ नेता व उनका गुट बैठक से नदारद रहा।