कोहरे का कहर, मुश्किल हो रहा ट्रेन-बस का सफर, परेशान हो रहे मुसाफिर Aligarh News
महानंदा व लिच्छवी एक्सप्रेस को अनिश्चतकाल तक के लिए रद कर दिया गया है । गुरुवार को घने कोहरे के चलते कई ट्रेनें दो से तीन घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची इससे यात्रियों को सफर में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। सर्दी बढ़ने के साथ ही कोहरे का भी कहर शुरू हो गया है। इसका यातायात पर भी गहरा असर देखने को मिल रहा है । कोहरे से ट्रेन व रोडवेज बसों की रफ्तार थम रही है और उनकी लेट-लतीफी शुरू हो गई है । इतना ही नहीं रेलवे ने कोहरे के चलते ट्रेनों को रद करना भी शुरू कर दिया है । महानंदा व लिच्छवी एक्सप्रेस को अनिश्चतकाल तक के लिए रद कर दिया गया है । गुरुवार को घने कोहरे के चलते कई ट्रेनें दो से तीन घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची, इससे यात्रियों को सफर में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
बसों की खिड़कियों के शीशे टूटे
रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों की यात्रा पहाड़ चढ़ने जैसी हो गई है । अधिकतर बसों की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं जिनसे अंदर घुसती सर्द हवाएं शरीर में सिहरन पैदा कर रही हैं और वे सफर में ठिठुरने को मजबूर हैं । सबसे अधिक परेशानी महिला, बुजुर्ग, बच्चे व मरीजों को उठानी पड़ रही है । कड़ाके की सर्दी में गुरुवार शाम गांधीपार्क बस स्टैंड से अलीगढ़ से आगरा जा रही बस में यात्री सर्दी से खुद को बचाए हुए थे। बस के पिछले हिस्से के अलावा कई खिड़कियों के शीशे भी टूटू हुए थे । बस में सफर कर रहे यात्री विकास कौशिक ने बताया कि थोड़ी देर बाद ठंड और बढ़ जाएगी। सफर करना जरुरी है, लेकिन रोडवेज को यात्रियों की कोई चिंता नहीं की है, इससे उन्हें ठिठुरते हुए सफर करना पड़ रहा है। मथुरा से मेरठ जा रही बस में सवार यात्री भुवनेश गोयल ने बताया कि बस बेहद जर्जर हालत में है और इसके दरवाजे व खिड़की टूटे हुए हैं, इससे ठिठुरन भरे मौसम में यात्रा करने को मजबूर हैं।
बसों की संख्या भी घटाई-बढ़ाई जाएगी
सभी बसों में टूटे शीशे बदलवाने के साथ खिड़की व दरवाजों की मरम्मत के साथ ही कोहरे से निपटने के लिए बेदर लाइटें लगवाई गई हैं। बसों का निरीक्षण कराकर मिलने वाली खामियों को दूर कराने के साथ ही मौके पर कार्रवाई होगी। यात्रियों की संख्या को देखते हुए रात्रिकालीन बस सेवाओं की संख्या भी घटाई-बढ़ाई जाएगी।
- मोहम्मद परवेज, आरएम रोडवेज अलीगढ़ परिक्षेत्र