CM Yogi Visits AMU: दिल में दहकते रहे अंगारे पर अंदर रह गई कसक Aligarh News

भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों के अंदर पीड़ा यूं ही नहीं थी। 15 दिन पहले जब कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला तो स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पटरी से उतर गईं। सबसे अधिक समस्या दीनदयाल अस्पताल में खड़ी हो गई। मरीजों को यहां भर्ती कराना मुश्किल हो गया।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 10:46 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 10:46 AM (IST)
CM Yogi Visits AMU: दिल में दहकते रहे अंगारे पर अंदर रह गई कसक Aligarh News
भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों के अंदर पीड़ा यूं ही नहीं थी।

अलीगढ़, जेएनएन। सीएम योगी आदित्यनाथ के आने से पहले भाजपा नेताओं के अंदर जो अंगारे दहकते रहे, वो अंदर ही रह गए। भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों के अंदर कसक रही कि उसे सीएम के सामने वो प्रगट नहीं कर सके। जिस प्रकार से स्वास्थ्य विभाग बेपटरी पर हो गया था, प्रशासनिक अधिकारियों के फोन उठने बंद हो गए थे, उससे खासकर जनप्रतनिधियों में जबदस्त गुस्सा था। कई नेताओं ने तो शिकायत की गठरी बना रखी थी, वह मौके की ताक में भी थे कि मौका मिलते ही अपने मन की पीड़ा को व्यक्त कर सकें, मगर उन्हें मौका नहीं मिल सका। 

प्रशासनिक अधिकारियों के भी फोन नहीं उठते

दरअसल, भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों के अंदर पीड़ा यूं ही नहीं थी। 15 दिन पहले जब कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला तो स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पटरी से उतर गईं। सबसे अधिक समस्या दीनदयाल अस्पताल में खड़ी हो गई। मरीजों को यहां भर्ती कराना मुश्किल हो गया। अंदर जो मरीज भर्ती से तो उनकी देखरेख और इलाज उचित न होने का आरोप लगने लगा। रात-रात भर जनप्रतिनिधियों के पास मरीजों के भर्ती कराने के फोन आने लगे। इसपर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने फोन उठाना बंद कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के भी फोन नहीं उठते थे। आक्सीजन की भी एकाएक कमी हो गई। कासिमपुर प्लांट पर तो बिचौलियों ने खेल शुरू कर दिया। यह सब देखकर जनता खासकर सांसद और विधायकों पर बरस पड़ी। इंटरनेट मीडिया पर जमकर लोगों ने भड़ास निकाला। 

मीडिया के सामने नहीं की सीएम से शिकायत

जिले और महानगर के पदाधिकारियों का ही कहना था कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के अधिकारी फोन नहीं उठा रहे हैं और जनता उन्हें घेरने का काम कर रही है। इसी बीच हफ्ते भर पहले सीएम के अलीगढ़ आने की चर्चा हुई तो जनप्रतिनिधियों की बांछे खिल गईं। उन्होंने सोचा कि सीएम के आगमन पर उनके सामने सारा कच्चा-चिटठा रख देंगे। हालांकि, सीएम ने जनप्रतिनिधियों से पूछा भी, मगर वो कुछ बोल नहीं पाए। बाद में तमाम नेताओं का कहना था कि मैं तो शिकायतों का पुलिंद लेकर पहुंचा था सीएम अलग से बात करते तो सब रख देता। चूंकि सामने मीडिया थी, इसलिए शिकायत कर नहीं पाया। 

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