Fit India Capsule : विद्यार्थियों के ‘कैप्सूल’ को कोरोना ने कर दिया निष्क्रिय, जानिए मामला Aligarh News

Fit India Capsule माध्यमिक व बेसिक विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के ‘कैप्सूल’ को कोरोना संक्रमण ने निष्क्रिय कर दिया है। आमतौर पर बीमारियों के होने पर चिकित्सक दवा के रूप में कैप्सूल देते हैं। जो उस मर्ज को ठीक कर मरीज को राहत देता है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 11:49 AM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 11:49 AM (IST)
Fit India Capsule : विद्यार्थियों के ‘कैप्सूल’ को कोरोना ने कर दिया निष्क्रिय, जानिए मामला Aligarh News
पढ़ने वाले विद्यार्थियों के ‘कैप्सूल’ को कोरोना संक्रमण ने निष्क्रिय कर दिया है।

अलीगढ़, जेएनएन। माध्यमिक व बेसिक विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के ‘कैप्सूल’ को कोरोना संक्रमण ने निष्क्रिय कर दिया है। आमतौर पर बीमारियों के होने पर चिकित्सक दवा के रूप में कैप्सूल देते हैं। जो उस मर्ज को ठीक कर मरीज को राहत देता है। मगर यहां स्थिति थोड़ी उल्टी हो गई है। कोरोना संक्रमण काल रूपी मर्ज ने विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के कैप्सूल को ही निष्क्रिय कर दिया है। हालांकि ये कैप्सूल खाने वाला नहीं है लेकिन विद्यार्थियों के स्वास्थ्य से संबंधित जरूर है। इस कैप्सूल को अभी तक विद्यार्थियों के प्रयोग के लिए नहीं शुरू किया जा सका है।

फिट इंडिया कैप्‍सूल

कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों और माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की सेहत को ''फिट इंडिया कैप्सूल'' के जरिए सुधारे जाने की योजना बनाई गई थी। फिट इंडिया कैप्सूल खाने के लिए नहीं बल्कि स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए व खेल गतिविधियों में बच्चों को जुटाने के लिए तैयार किया गया शेड्यूल है। भारत सरकार के फिट इंडिया मिशन के तहत फिट इंडिया स्कूल सप्ताह का आयोजन कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में किया जाना था। जिसको ''''फिट इंडिया डोज आधा घंटा रोज'''' नाम दिया गया है। फिट इंडिया स्कूल सप्ताह स्कूल-कालेजों में शुरू किया जाना था। मगर कोरोना काल से राहत मिलने के बाद आफलाइन माध्यम से पढ़ाई तो शुरू कर दी गई है लेकिन अभी खेल गतिविधियों पर पाबंदी ही रखी गई है। इसके तहत स्कूल खुलने पर वहां पढ़ने वाले बच्चों को आधा घंटा रोज इस टाइम कैप्सूल के आधार पर अलग-अलग गतिविधियां कराई जानी थीं। जब तक स्कूल नहीं खुल रहे थे तब तक डिजिटल प्लेटफार्म पर कैंपेन को बढ़ावा दिया जाना था। जिसके प्रयास भी किए गए लेकिन आफलाइन माध्यम के पढ़ाई शुरू होने के साथ इन गतिविधियों को जारी नहीं रखा जा रहा। क्योंकि कोरोना गाइडलाइंस के तहत इसकी अनुमति भी विद्यालय के प्रधानाचार्यों को नहीं है। शिक्षकों, स्कूल स्टाफ, विद्यार्थियों के अलावा उनके अभिभावकों को भी इस मुहिम से जोड़ा जाएगा। इसके तहत बच्चों को स्पाट जागिंग, रस्सीकूद, बाल ड्रिबलिंग, स्टेप अप और स्क्वाट्स चुनौती आदि खेल गतिविधियां कराई जाएंगी। इसके अलावा क्विज, डिबेट आदि प्रतियोगिताएं भी होंगी।

डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि फिट इंडिया मिशन के तहत बच्चों को खेल व फिटनेस से जाेड़ने के लिए प्रयास किया गया है। हर विद्यालय में बच्चों को अभी आनलाइन माध्यम से जोड़ा गया है। कोरोना गाइडलाइंस में जब खेलकूद गतिविधियों को शामिल करने की छूट होगी तो अाफलाइन माध्यम से भी इस योजना को अमल में लाया जाएगा।

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