अलीगढ़ मोटी रकम लेकर जारी कराता था फायर एनओसी, आरोपित गिरफ्तार कर भेजा जेल

शहर में बहुमंजिला भवन होटल स्कूल अस्पताल शोरूम व व्यावसायिक भवनों के लिए मोटी रकम लेकर अग्निशमन विभाग की एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) दिलाने वाले गिरोह के मुख्य बिचौलिया को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 09:51 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 09:51 PM (IST)
अलीगढ़ मोटी रकम लेकर जारी कराता था फायर एनओसी, आरोपित गिरफ्तार कर भेजा जेल
अलीगढ़ मोटी रकम लेकर जारी कराता था फायर एनओसी, आरोपित गिरफ्तार कर भेजा जेल

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : शहर में बहुमंजिला भवन, होटल, स्कूल, अस्पताल, शोरूम व व्यावसायिक भवनों के लिए मोटी रकम लेकर अग्निशमन विभाग की एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) दिलाने वाले गिरोह के मुख्य बिचौलिया को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपित के खिलाफ बन्नादेवी थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित पर एनओसी जारी कराने के नाम पर लोगों से रकम ऐंठने का आरोप है। पुलिस प्रकरण में शामिल अन्य लोगों की भूमिका को जांच रही है।

एसआइटी जांच के बाद राजफाश

अग्निशमन विभाग की एनओसी जारी करने के नाम पर अवैध वसूली करने का खेल लंबे समय से चल रहा था। पिछले दिनों आइजी पीयूष मोर्डिया तक इसकी शिकायत पहुंची तो उन्होंने एसआइटी का गठन किया। एसआइटी में एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत, एएसपी/सीओ खैर विकास कुमार व इंस्पेक्टर बन्नादेवी धीरेंद्र मोहन शर्मा शामिल थे। जांच में बन्नादेवी की फायर ब्रिगेड कालोनी निवासी अजय शर्मा की मुख्य दलाल के रूप में भूमिका सामने आई। अजय मोटी रकम लेकर विभागीय सांठगांठ से एनओसी जारी कराता था। अजय के पिता रमेश चंद्र फायर ब्रिगेड के सेवानिवृत्त कर्मी हैं। बन्नादेवी इंस्पेक्टर धीरेंद्र मोहन शर्मा की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अजय शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

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खुद को बताता था फायरकर्मी

अजय खुद को भी फायरकर्मी बताता था। एनओसी जारी कराने के लिए मोटी रकम वसूलता था। अधिकांश लोग उससे सीधे ही संपर्क स्थापित करते थे।

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सीएफओ ने भी की थी शिकायत

मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) विवेक शर्मा ने करीब तीन साल पहले एसएसपी रहे राजेश पांडेय से अग्निशमन विभाग की एनओसी दिलाने के नाम पर अजय शर्मा के मोटी रकम वसूलने की शिकायत करते हुए साक्ष्य भी पेश किए थे। पिता के विभागीय कर्मी होने का फायदा उठाते हुए उसकी स्टाफ से पहचान थी और उनकी मिलीभगत से एनओसी जारी कराता था। कभी-कभी प्रपत्र चोरी कर खुद भी एनओसी जारी कर देता था। एसएसपी ने जांच के निर्देश दिए थे, लेकिन वह ठंडे बस्ते में चली गई।

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पेशी के बाद मेरठ जेल में दाखिल

एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि अजय शर्मा को मेरठ स्थित भ्रष्टाचार कोर्ट में पेशी के बाद मेरठ जेल में दाखिल कर दिया गया है। अभी जांच जारी है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि अजय के इस काम में कौन-कौन शामिल था। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।

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