ँअलीगढ़ के गांवों में फैला बुखार, कई लोगों की मौत

अलीगढ़ जासं जवां में कोरोना काल में ग्रामीणों क्षेत्रों का भी बुरा हाल है। पूरे क्षेत्र में करी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 10:50 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 10:50 PM (IST)
ँअलीगढ़ के गांवों में फैला बुखार, कई लोगों की मौत
ँअलीगढ़ के गांवों में फैला बुखार, कई लोगों की मौत

अलीगढ़, जासं: जवां में कोरोना काल में ग्रामीणों क्षेत्रों का भी बुरा हाल है। पूरे क्षेत्र में करीब 70 कोरोना मरीज हैं। इनमें से अधिकांश मरीजों ने अपनी प्राइवेट कोरोना जांच कराई है। अनेक लोग बुखार से पीड़ित हैं। क्षेत्र में शायद ही कोई गांव हो, जिसमें बुखार के मरीज न हों। पिछले एक महीने में करीब 25 लोगों की मौत हुई हैं। इनमें से आठ बरौली, सात जवां और करीब 10 की मौत कासिमपुर में हुई है। इन्हें कई दिन से बुखार था। अस्पताल गए नहीं और घर पर ही इलाज करते रहे।

जवां में भी सत्येंद्र शर्मा, मास्टर नन्नू सिंह, हीरो ड्राइवर, महिपाल डीलर, शकुंतला देवी एवं एक प्राइवेट चिकित्सक की मां सहित सात लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें केवल एक महिला ही कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। बरौली में पंकज आचार्य, इकबाल खान, पूर्व प्रधानाचार्य ओम प्रकाश माहेश्वरी, पोखरगढ़ी के राशन डीलर केशव देव, कुंवर पाल सिंह नगला रायसिंह, दीपचंद अग्रवाल सहित आठ लोगों की मौत हो चुकी है।

कोरोना के डर से नहीं करा रहे जांच: कोरोना का भय लोगों में इस कदर है कि वह सरकारी अस्पतालों पर जाकर अपनी जांच भी नहीं करा रहे। कई लोग ज्यादा तबीयत खराब होने पर अपनी जांच प्राइवेट पैथोलॉजी लैब पर कराते हैं। गुपचुप तरीके से अपना इलाज प्राइवेट अस्पतालों में करा रहे हैं। पहले दिन लोगों को हल्का बुखार होता है, उसके बाद तेज बुखार और उसके बाद मौत। अगर शुरू में ही लोग सरकारी अस्पतालों को दिखाएं तो इन मौतों से बचा जा सकता है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. एके सिंह ने कहा कि लोग बीमारी को छिपा रहे हैं। जरा भी खासी, जुखाम या बुखार की शिकायत है तो वे तुरंत सरकारी अस्पताल या फिर गाव की आशा को बताएं। ताकि इलाज किया जा सके।

chat bot
आपका साथी