अलीगढ़ में बेसहारा जानवारों से फसल बचाने को खेतों पर रात गुजार रहे किसान Aligarh news

सर्दी बढ़ने के साथ ही किसानों की दिक्कतें भी बढ़ने लगी हैं। अनेक किसानों को बेसहारा जानवरों से फसल बचाने के लिए रात खेतों में गुजारनी पड़ रही है। पिसाबा क्षेत्र में आलू व ईख के कई खेतोंं में बीती रात जानवर घुस गए।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 12:10 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 01:18 PM (IST)
अलीगढ़ में बेसहारा जानवारों से फसल बचाने को खेतों पर रात गुजार रहे किसान Aligarh news
पिसावा में बेसहारा जानवरों को पकड़वाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते किसान।

अलीगढ़, जेएनएन :   किसानों के लिए बेसहारा जानवर बने हुए हैं। नजर चूकते ही इनके झुंड खेतों में घुस जाते है। इससे फसल खराब हो रही है। पिसावा क्षेत्र में बीती रात जानवर कई खेतों में घुस गए। काफी फसल खराब हुई है। इसमें प्रमुख तौर पर आलू व ईख की फसल है। इससे नाराज किसानों ने शुक्रवार को प्रदर्शन कर जानवरों को पकड़वाने की मांग की। 

शिकायतों पर सुनवाई नहीं 

नगला खूबा के किसानों ने बताया कि अन्य कोई रोजगार न होने के कारण कुछ निजी तो कुछ लीज पर लेकर  परिवार के साथ दिन रात मेहनत करके खेती से लाभ उठाना चाहते हैं।जिसमें लागत बीज,रसायन, खाद,आदि भी बाजार से उधार लेकर लगाते हैं।जिससे फसल उठने पर दुकानदार का हिसाब किया जा सके।लेकिन इस बार धान, मूंग, बाजरा आदि अनुकूल वर्षा न होने से अच्छी न हो सकीं और अब की फसलों को क्षेत्र में बढ़ रहे आवारा जानवर नष्ट कर रहे हैं। इसकी शिकायत अधिकारियोंं सेे  की गई, लेकिन कोई लाभ  नहीं मिला।

बीमा का लाभ नहीं 

महगौरा निवासी संजय कुमार का कहना है कि परिवार दिनों दिन कर्ज में डूबा जा रहा है  फसल सुरक्षा बीमा के नाम पर बैंक लगभग 1220 रुपए काट लेती है, लेकिन फसल के  नष्ट होने पर भी बैंक से कोई मदद नहीं मिलती। अधिकारी सूचना देने पर भी फसल देखने तक नहीं आते। 

बढ़ रही है बेसहारा जानवरों की संख्या 

किसानों की मानें तो कभी अति वर्षा से तो कभी सूखा की मार से झेल रहे  किसानो के लिए दिनों दिन बढ़ रही आवारा जानवरों की संख्या  इस समय सिर दर्द बनी हुई है। इन जानवरों में नीलगाय,जंगली सूअर,और निराश्रित गोवंश प्रमुख हैं। ये जानवर काफी लागत और कड़ी मेहनत से उगाई किसानों की फसलों को बर्वाद करने में दिन रात जूटे हुए हैं। दिन में  दर्जनों की  संख्या में निराश्रित गायें तो रात्रि को जंगली सूअर खेतों में खड़ी फसलों में नुकसान करते देखे जाते है।

सरकार उठाए ठोस कदम

किसानों का कहना है कि यदि सरकार ने जंगली जानवरों की रोकथाम के लिए ठोस कदम नही उठाये तो यहां का किसान परिवार का पालन,बच्चों की पढ़ाई, कृषि लोन आदि की पूर्ति फसल में आई लागत को लेकर कर्ज में डूब जाएगा। इस मौके पर क्षेत्र के अनेक किसानों ने इकट्ठे होकर सरकार से फसल सुरक्षा एवं किसान की मदद की मांग की गयी।इस दौरान संजय कुमार, नंदलाल, मनोज कुमार, रामपाल सिंह, जयंती राम आदि किसान मौजूद रहे ।

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