अलीगढ़ में अस्थि कलश को किसानों ने किया नमन
जिकरपुर से प्रारंभ होकर जिले में तमाम स्थानों से निकली यात्रा।
जासं, अलीगढ़ : लखीमपुर खीरी में शहीद हुए किसानों की अस्थि कलश यात्रा सोमवार को जिकरपुर से प्रारंभ हुई। जिकरपुर में भाकियू जिलाध्यक्ष ओ पी कमांडो ने शहीदी स्थल पर शहीद किसानों को नमन किया। उन्होंने कहा कि 11 साल पहले आजादी के जश्न से एक दिन पहले 14 अगस्त को भूमि अधिग्रहण आंदोलन के समय यहां भी चार किसान शहीद हो गए थे। उसे हम भूल नहीं पाए हैं। आज लखीमपुर खीरी के किसानों की अस्थि कलश पहुंचने से एक बार फिर मन भावुक हो गया। किसान अपने हक के लिए संघर्ष करते रहेंगे। इसके बाद यह यात्रा गोमत चौराहा स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा स्थल के पास पहुंची। यहां संयुक्त किसान मोर्चा के नेता शशिकांत, किसान सभा के सूरजपाल उपाध्याय समेत सैकड़ों किसानों ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। शशिकांत ने कहा कि किसान संघर्ष के लिए हर समय तैयार है, हम अपना हक लेकर रहेंगे। गोमत चौराहे के बाद यात्रा खैर के मानपुर बाग पर शहीद किसानों के स्मृति स्थल पहुंची। यहां भी किसान नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। 15 जून 1989 को इसी स्थल पर बाग में किसान पंचायत के समय छह किसान शहीद हो गए थे। शहीद किसान अस्थि कलश यात्रा गौंडा धरना स्थल और पींजरी पैंठ धरना स्थल भी पहुंची। जहां पिछले 10 महीने से तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसानों का धरना जारी है। यहां किसान नेताओं ने कहा कि सरकार चाहे कुछ कर ले, उसे कृषि कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा। इसके लिए किसान कुछ भी करने को तैयार हैं। सरकार ने फिर उनकी मांगों को नहीं माना तो आगामी चुनाव में मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कानूनों की वापसी के लिए जान देने वाले किसानों की शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। उन्हें हर हालत में इंसाफ दिलाया जाएगा। किसान आंदोलन करते रहेंगे।