किसान आंदोलन तो एक बहाना है, मिशन भाजपा का विरोध करना है Aligarh news

अलीगढ़ जेएनएन। कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को धार देने के लिए किसान संगठन अब मिशन उत्तर प्रदेश चलाएंगे। इसका आगाज पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसान रैली से होगा। अलीगढ़ के किसान भी इसमें भाग लेंगे।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 06:18 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 02:36 PM (IST)
किसान आंदोलन तो एक बहाना है, मिशन भाजपा का विरोध करना है  Aligarh news
कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को धार देने के लिए किसान संगठन अब मिशन उत्तर प्रदेश चलाएंगे।

अलीगढ़, जेएनएन। कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को धार देने के लिए किसान संगठन अब मिशन उत्तर प्रदेश चलाएंगे। इसका आगाज पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसान रैली से होगा। अलीगढ़ के किसान भी इसमें भाग लेंगे।

मकसद हर जगह भाजपा का विरोध करना

संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक शशिकांत ने बताया कि इस मिशन का उद्देश्य पंजाब और हरियाणा की तरह उत्तर प्रदेश के हर गांवों में आंदोलन, कारपोरेट ग्रुप, भाजपा सरकार और उसके सहयोगियों का विरोध करना है। साथ ही विपक्ष में बैठे उन सांसदों का उनके क्षेत्र में विरोध होगा, जिन्होंने संसद में किसानों का पक्ष नहीं रखा। प्रदेश में सभी टोल प्लाजा को फ्री कराया जाएगा, अडानी और अंबानी के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर विरोध-प्रदर्शन, भाजपा व इसके सहयोगी दलों के कार्यक्रमों का विरोध, नेताओं का बहिष्कार किया जाएगा। अलीगढ़ में भी संघर्षरत संगठन हर गांव में किसान आंदोलन का किला बनाएंगें। इस मिशन के तहत राष्ट्रीय मुद्दों के साथ किसानों के स्थानीय मुद्दे भी उठाए जाएंगे। इनमें गेहूं की कम खरीद, अन्य फसलों की खरीद न होना, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान, आलू किसानों की समस्या, निराश्रित पशु, बिजली आदि मुद्दे होंगे। वार्ता में भारतीय किसान यूनियन के चौ. नबाव सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के सूरजपाल उपाध्याय, किसान सभा अजय भवन के मंडल सैन, बेरोजगार मजदूर किसान यूनियन के रमेशचंद्र विद्रोही, भाकियू अंबावता के विनोद सिंह, भाकियू महाशक्ति के विनोद चौहान, किसान मजदूर संगठन के भूपेंद्र सिंह मौजूद रहे।

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