कैथवारी के किसान सतीश ने शुरू किया आर्गेनिक फूड का 'ई-मार्केट ', फ्लिपकार्ट व अमेजन पर उपलब्ध कृषि प्रोडक्ट Aligarh news
ऑनलाइन मार्केटिंग की योजना बनाई। सतीश ने बताया कि फ्लिपकार्ट व अमेजन शॉपिंग साइट पर अपनी फर्म एसआरएच आर्गेनिक फार्म का रजिस्ट्रेशन कराया है। शॉपिंग साइट्स पर 25 हेक्टेअर में फैले फार्म हाउस में तैयार 25 प्रोडक्ट उपलब्ध करा रहे हैं।
अलीगढ़ [लोकेश शर्मा]। वैश्विक महामारी ने कुछ लोगों से मौके छीने हैं तो बहुत से मौके दिए भी हैं कुछ नया करने को। इगलास के गांव कैथवारी के किसान सतीश तोमर इन्हीं में से एक हैं, जो आपदा को अवसर में बदल रहे हैं। अब तक आर्गेनिक (जैविक) फल, सब्जी व अनाज उगाकर मंडियों में बेच रहे इस किसान ने फ्लिपकार्ट व अमेजन शॉपिंग साइट के जरिए ऑनलाइन मार्केट शुरू किया है। शॉपिंग साइट्स पर 25 हेक्टेअर में फैले फार्म हाउस में तैयार 25 प्रोडक्ट उपलब्ध करा रहे हैं। जनपद में पहली बार किसी किसान ने कृषि उत्पाद की ऑनलाइन मार्केटिंग शुरू की है।
सतीश को खेती विरासत में मिलीं। लेकिन, परंपरागत खेती में उनका मन नहीं लगा। 15 साल पहले उन्होंने एक हेक्टेअर में वर्मी कंपोस्ट यूनिट लगाई थी। इसके कुछ साल बाद जैविक खेती शुरू कर दी। अपनी ही यूनिट में तैयार जैविक खाद से गेहूं, धान, सरसों, आलू व सब्जियां उगाने लगे। जैविक कृषि उत्पाद के प्रति लोगों का ज्यादा रुझान नहीं था, इसलिए सामान्य फसलों के भाव में अपना उत्पाद भी मंडियों में बेचने लगे। जैविक उत्पाद की कीमत सामान्य से अधिक होती है। बावजूद इसके जैविक खेती करना बंद नहीं किया। कोरोना काल में जैविक उत्पाद की मांग बढ़ गई। रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होने से लोग पसंद करने लगे। कोई ऐसा मार्केट नहीं था, जिसके जरिए जैविक उत्पाद घर-घर पहुंचाया जा सके। तब ऑनलाइन मार्केटिंग की योजना बनाई। सतीश ने बताया कि फ्लिपकार्ट व अमेजन शॉपिंग साइट पर अपनी फर्म एसआरएच आर्गेनिक फार्म का रजिस्ट्रेशन कराया है। अगले तीन दिन में दोनों साइट पर आटा, गेहूं, चावल, सरसों का तेल, सब्जियां, अचार, दाल आदि प्रोडक्ट उपलब्ध होंगे, जो अन्य कंपनियों से सस्ते होंगे।
युवाओं को रोजगार
सतीश अपने फार्म में 25 युवाओं को रोजगार दे चुके हैं। ऑनलाइन मार्केट शुरू होते ही 30 और युवाओं को रोगजार देंगे। वे बताते हैं कि ऑनलाइन मार्केट से उन्हें 20 से 25 फीसद अधिक मुनाफा होगा। शॉपिंग साइट पर अन्य की तरह ही उनके प्रोडक्ट का पेमेंट होगा। आर्गेनिक फूड घर बैठे ही लोगों को उपलब्ध होंगे।
आर्गेनिक फसलों का क्षेत्रफल
फसल, क्षेत्रफल (हेक्टेअर में)
गेहूं, 15
आलू, 12
धान, 10
नींबू, 02
दलहन, 02
सरसों, 01
हरी सब्जियां, 01
डॉ. वीके सचान, उप कृषि निदेशक (शोध) का कहना है कि कृषि तकनीक की दिशा में किसान आगे बढ़ रहे हैं। सरकार के भी यही प्रयास हैं। मंडियों में जैविक कृषि उत्पाद बाजार खोले जा रहे हैं, जिससे किसान अपना उत्पाद बेच सकें।