प्रधानी के आरक्षण पर टिकी निगाहें, गांव में देहात में मची हलचलAligarh news
पंचायत चुनाव को लेकर गांव देहात में सियासी सरगर्मी तेज चल रही हैं। अधिकतर लोगों की निगाहें अब आरक्षण पर टिकी हैं। 20 फरवरी से पंचायती राज विभाग इस पर काम शुरू कर देगा। हालांकि सियासी विशेषज्ञ पहले से ही गुणा गणित करने में लगे हुए हैं।
अलीगढ़, जेएनएन : पंचायत चुनाव को लेकर गांव देहात में सियासी सरगर्मी तेज चल रही हैं। अधिकतर लोगों की निगाहें अब आरक्षण पर टिकी हैं। 20 फरवरी से पंचायती राज विभाग इस पर काम शुरू कर देगा। हालांकि, सियासी विशेषज्ञ पहले से ही गुणा गणित करने में लगे हुए हैं। अधिकतर लाेगों ने पहले ही अपने गांव के आरक्षण की संभावना लगा ली हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। मतदाता सूची पर भी अंतिम मुहर लगी चुकी है। वहीं, अब सुरक्षा की दृष्टि से असलहा जमा कराने को लेकर भी तैयारी शुरू हो गई है। सभी थानों के लिए असलहा जमा कराने के लिए पत्र लिख दिया गया है। 20 फरवरी तक सभी शस्त्र लाइसेंस धारकों को ब्यौरा पुलिस से मांगा गया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने इसके लिए एसएसपी को पत्र लिखा है। कोई भी लाइसेंस धारक थाने व आर्म्स डीलर के यहां असलहा जमा करा सकेगा।
अप्रैल में चुनाव प्रस्तावित
अप्रैल में पंचायत चुनाव प्रस्तावित हैं। परिसीमन का काम पूरा हो चुका है। बीते दिनों आरक्षण को लेकर भी शासन स्तर से सभी जिलों को आदेश दे दिए गए हैं। मार्च की शुरुआत में इस आरक्षण का काम पूरा हो जाएगा। ऐसे में प्रशासन ने चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए तैयारी शुरू हो गई है। पहले चरण में परंपरागत तरीके शस्त्र लाइसेंस जमा कराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से इसके लिए एक पत्र पुलिस को लिखा गया है। इसमें अपराधिक प्रवत्ति के लोगों से प्राथमिकता से असलहा जमा कराए जाएंगे। इसके बाद शस्त्र जमा कराने की सूचना हर सप्ताह जिला प्रशासन की ओर से शासन एवं पुलिस मुख्यालय को भेजी जाएगी। मालखाने एवं शस्त्र की दुकानों पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था रखने का निर्देश भी दिया गया है। डीएम की ओर से एक कमेटी का गठन किया जाएगा। अगर, कोई व्यक्ति अपनी सुरक्षा के लिहाज से शस्त्र जमा कराने में असमर्थता जाहिर करता है तो उसका फैसला यही कमेटी करेगी।
37 हजार लाइसेंस धारक
जिले में कुल 37 हजार लाइसेंस धारक हैं। इनमें 500 के करीब ऐसे लोग हैं, जिनके पास दो असलाह हैं। इसके साथ ही अधिकतर लोगों को बंदूक व रायफल हैं। ऐसे में प्रशासन की मंशा है कि जल्द से जल्द इनसे असलहा जमा करा लिए जाएं।
इनका कहना है
सभी शस्त्र विक्रेताओं से पिछले एक साल में बिके कारतूसों का विवरण भी लिया जाएगा। उसकी समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही चुनाव से पहले सभी तरह के असलहा जमा कराए जाएंगे।
विनीत कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट
प्रधानी के आरक्षण पर टिकी निगाहें, गांव में देहात में मची हलचल
अलीगढ़ : पंचायत चुनाव को लेकर गांव देहात में सियासी सरगर्मी तेज चल रही हैं। अधिकतर लोगों की निगाहें अब आरक्षण पर टिकी हैं। 20 फरवरी से पंचायती राज विभाग इस पर काम शुरू कर देगा। हालांकि, सियासी विशेषज्ञ पहले से ही गुणा गणित करने में लगे हुए हैं। अधिकतर लाेगों ने पहले ही अपने गांव के आरक्षण की संभावना लगा ली हैं।