इंटरनेट मीडिया पर हर कोई पत्रकार, फेक न्यूज सबसे बड़ी चुनौती Aligarh news
आज फेक न्यूज पत्रकारिता के क्षेत्र में सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों में से एक है। यह तकनीक की प्रगति और इंटरनेट मीडिया के विकास के साथ चुनौतीपूर्ण होती जा रही है। मुख्यधारा का मीडिया इस समस्या से कड़ा संघर्ष कर रहा है।
अलीगढ़, जेएनएन । आज फेक न्यूज पत्रकारिता के क्षेत्र में सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों में से एक है। यह तकनीक की प्रगति और इंटरनेट मीडिया के विकास के साथ चुनौतीपूर्ण होती जा रही है। मुख्यधारा का मीडिया इस समस्या से कड़ा संघर्ष कर रहा है। लेकिन दर्शकों की बदलती खपत और मीडिया साक्षरता की कमी से समस्या और भी गंभीर हो रही है। यह बातें जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में वरिष्ठ सहायक प्रो. अर्चना कुमारी ने मंगलायतन विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जा रही सेमिनार श्रृंखला के तृतीय दिन कहीं।
ऐसे करें इंटरनेट मीडिया पर फर्जी खबरों की पहचान और सत्यापन
मंविवि के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा फेक न्यूज बिजनेस, प्रोपेगेंडा और पोस्ट विषय पर आयोजित सेमिनार में अर्चना कुमारी ने बताया कि वर्तमान समय में लोगों को यह बताना बेहद आवश्यक है कि समाचार किसी अन्य जानकारी से कैसे भिन्न है। मुख्यधारा के मीडिया के स्रोत और विश्वसनीयता महत्वपूर्ण हैं और नकली समाचार क्या है और साथ ही इससे कैसे लडऩा है। उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर फर्जी खबरों की पहचान और सत्यापन कैसे किया जाता है।
इंटरनेट मीडिया में हर कोई पत्रकार बन गया
उन्होंने कहा कि प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में केवल प्रशिक्षित और विशेषज्ञ ही खबरें लिखते थे, आजकल इंटरनेट मीडिया मेें हर कोई पत्रकार बन गया है। वे समाचारों की प्रामाणिकता की जांच किए बिना साझा करते हैं। नकली छवियों और वीडियो को सत्यापित करने के लिए हमें सर्च इंजन की मदद लेनी होगी। संचालन प्रो. शिवाजी सरकार ने किया। प्रो. उल्लास गुरूदास ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान प्रो. आरके शर्मा, डा. अंकुर अग्रवाल, डा. सैयद दानिश, डा. पूनम रानी, मनीषा उपाध्याय, राजेश उपाध्याय, अभिषेक गुप्ता, डा. आरके घोष, डा. संतोष कुमार गौतम, मयंक जैन, विकास वर्मा, नियति शर्मा आदि थे।