प्रतिबंध के बाद भी चल रहीं स्ट्रा रीपर मशीनें, जल रहीं फसलें Aligarh news
प्रतिबंध के बावजूद किसान स्ट्रा रीपर (भूसा बनाने वाली मशीन) का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह जानते हुए भी स्ट्रा रीपर के उपयोग से मेहनत से उगाई फसल जलकर राख हो सकती है। इस मशीन से निकली चिंगारी से ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं।
अलीगढ़, जेएनएन : प्रतिबंध के बावजूद किसान स्ट्रा रीपर (भूसा बनाने वाली मशीन) का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह जानते हुए भी स्ट्रा रीपर के उपयोग से मेहनत से उगाई फसल जलकर राख हो सकती है। इस मशीन से निकली चिंगारी से ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। रविवार को हरदुआगंज क्षेत्र में कुछ किसानाें द्वारा स्ट्रा रीपर का इस्तेमाल करने की शिकायत मिली थी। कृषि विभाग की टीम छानबीन करने पहुंची, लेकिन कुछ मिला नहीं।
स्ट्रा रीपर से निकलने वाली चिंगारी से फसल में आग लग रही
किसान खेतों में इन दिनों गेहूं की कटाई कर रहे हैं। स्ट्रा रीपर मशीन के जरिए फसल अवशेष का भूसा बनाया जा रहा है। पिछले दिनों कुछ गांवों में फसल में आग लगने की घटनाएं हुई थीं। अधिकारियों के मुताबिक इन घटनाओं की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि स्ट्रा रीपर से निकलने वाली चिंगारी से फसल में आग लग रही है। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने एक हफ्ते पहले स्ट्रा रीपर मशीन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए। जिलाधिकारी ने आदेश में कहा है कि किसान स्ट्रा रीपर के जरिए गेहूं के बचे हुए डंठल से भूसा बना रहे हैं। इस दौरान मशीन से चिंगारी निकलकर भूसा और बगल के खेत में खड़ी फसल को जला दे रही है। तेज हवा चलने से आग और तेजी से फैलती है।
डीएम ने 15 अप्रैल तक किया है प्रतिबंधित
गेहूं की फसल में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए डीएम ने जनपद में 15 अप्रैल तक स्ट्रा रीपर मशीन को प्रतिबंधित करने के आदेश दे दिए। खेतों की निगरानी के लिए पुलिस, प्रशासन व कृषि विभाग की टीमों को लगाया गया। किसानों को इस मशीन का इस्तेमाल करने पर कार्रवाई की हिदायत दी गई। उप कृषि निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि स्ट्री रीपर के इस्तेमाल पर रोक है। इस मशीन का इस्तेमाल होता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जहां आगजनी की घटनाएं हो रही हैं, वहां प्रशासनिक टीमें पहुंच रही हैं। सोमवार को विजयगढ़ के गांव बिस्तौली में एक खेत में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।