अलीगढ़ में पर्यावरण की सारथी बनेंगी इलेक्ट्रिक कारें, निगम ने सात कारों का किया शुभारंभ

पर्यावरणीय चुनौतियां इतनी विकट हो गईं कि सरकारें भी इससे निपटने के उपाय सोचने लगीं। इन्हीं उपायों में एक हैं इलेक्ट्रिकल वाहन जो न सिर्फ प्रदूषण मुक्त हैं बल्कि खर्चा भी बचाएंगे।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 12:41 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 01:05 AM (IST)
अलीगढ़ में पर्यावरण की सारथी बनेंगी इलेक्ट्रिक कारें,  निगम ने सात कारों का किया शुभारंभ
अलीगढ़ में पर्यावरण की सारथी बनेंगी इलेक्ट्रिक कारें, निगम ने सात कारों का किया शुभारंभ

अलीगढ़ (जेएनएन)।  शहरों में आबादी बढ़ी तो संसाधन भी बढऩे लगे। जहां एक वाहन था, वहां चार हो गए। इसी के साथ प्रदूषण में भी इजाफा होता गया। पर्यावरणीय चुनौतियां इतनी विकट हो गईं कि सरकारें भी इससे निपटने के उपाय सोचने लगीं। इन्हीं उपायों में एक हैं इलेक्ट्रिकल वाहन, जो न सिर्फ प्रदूषण मुक्त हैं, बल्कि खर्चा भी बचाएंगे। शुक्रवार को इन्हीं वाहनों का शुभारंभ नगर निगम में किया गया। निगम अधिकारियों को सरकारी कार्यों के लिए सात इलेक्ट्रिक कारों की चाबी सौंपी गई। एक बार चार्ज होने के बाद ये 150 किमी दौड़ेंगी। इसी के साथ किराए पर लिए गए डीजल के वाहन एजेंसी को वापस कर दिए गए।

सीएम का जन्मदिवस 

विश्व पर्यावरण दिवस व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन के अवसर पर इन कारों का शुभारंभ किया गया। नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने बताया कि स्मार्ट सिटी और नगर निगम के संयुक्त प्रयास से पहले चरण में ईईएसएल कंपनी से सात कारों का चार साल का अनुबंध हुआ है। आवश्यक सेवाओं में लगे अधिकारियों को कार दी गई हैं। नगर आयुक्त ने कहा कि निश्चित रूप से पर्यावरण संरक्षण के लिए यह बड़ा कदम है। जनपद में नगर निगम पहला ऐसा विभाग है, जहां इलेक्ट्रिकल नो फ्यूल गाडिय़ों की शुरुआत की गई है। इस अवसर पर सहायक नगर आयुक्त राज बहादुर ङ्क्षसह, जोनल सफाई अधिकारी महेंद्र ङ्क्षसह, स्वच्छता निरीक्षक अनिल आजाद, मीडिया सहायक एहसान रब मौजूद रहे। 

फुल एसी, नो मेंटीनेंस 

फाइव सीटर इलेक्ट्रिक कार फुल एसी है, मेंटीनेंस भी नहीं। चाॢजंग स्टेशन सेवा भवन में है। टाटा कंपनी की ये कार 90 मिनट में चार्ज होने के बाद 150 किमी तक चलती है। इसमें कोई इंजन नहीं होता। करीब 90 पैसे प्रति किमी खर्चा आता है। प्रतिमाह एक कार का किराया 22 हजार रुपये है, जो डीजल की कार से लगभग आधा है। इससे निगम को डेढ़ लाख रुपये से अधिक प्रतिमाह बचत होगी।

कानपुर की एजेंसी से लगी गाडिय़ां 

निगम में 16 डीजल की गाडिय़ां कानपुर की ट्रेवल एजेंसी से लगी हुई हैं। इनोवा का प्रतिमाह 59999 रुपये है, बोलेरो का 38999 व स्काॢपयो का किराया 56399 रुपये है। कुल 704384 रुपये प्रतिमाह किराया है। सालाना खर्चा 84.53 लाख आता है। 

किराए पर कार

वाहन, संख्या, किराया (प्रतिमाह)

इनोवा, तीन, 179997

बोलेरो, 12, 467988

स्कापियो,  एक, 56399

पर्यावरण दिवस पर किया साइकिल से शहर भ्रमण, पौधारोपण

विश्व पर्यावरण दिवस पर नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने हफ्ते में तीन दिन साइकिल से दफ्तर जाने का निर्णय लिया। साथ ही साइकिल से शहर का भ्रमण कर पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया। अन्य अधिकारियों ने भी ईंधन के वाहनों का इस्तेमाल कम करने का संकल्प लिया। 

नगर आयुक्त शुक्रवार को सुबह इनोवा कार छोड़कर पर्यावरण बचाने का संदेश लिखी साइकिल से शहर का भ्रमण करने निकले। लाल डिग्गी, दोदपुर, मेडिकल रोड, रामघाट रोड, किशनपुर तिराहा, क्वार्सी बाइपास, सेंटर प्वाइंट, मैरिस रोड, घंटाघर, रेलवे स्टेशन, तस्वीर महल, जेल पुल से शमशाद मार्केट तक दौरा किया। नगर आयुक्त ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण बचाओ-पेड़ लगाओ अभियान की शुरुआत करते हुए सभी अधीनस्थों को कम से कम पांच पौधे लगाकर उन्हें गोद लेने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से लडऩे के लिए आस पास के पर्यावरण को मजबूत बनाने की आवश्यकता है। सहायक नगर आयुक्त राज बहादुर सिंह, रोहित ङ्क्षसह समेत अन्य अधिकारियों ने ईंधन की गाडिय़ों का कम से कम प्रयोग करने का संकल्प लिया। नगर आयुक्त ने घंटाघर पार्क में सहजन का पौधा रोपित कर उसे गोद लिया। साथ ही नगर निगम की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। नगर आयुक्त ने अपनी टीम के साथ शहर के विकास और हरा-भरा करने का संकल्प लिया। 

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