अलीगढ़ में सादगी से मनाई गई ईद, घरों में हुई नमाज

जामा मस्जिद ईदगाह पर नहीं हुई सामूहिक नमाज घरों में ही रहे रोजेदार इंटरनेट मीडिया से दी बधाई कब्रिस्तान में जाकर पूर्वजों की कब्रों पर फातिहा पढ़ा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 01:18 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 01:18 AM (IST)
अलीगढ़ में सादगी से मनाई गई ईद, घरों में हुई नमाज
अलीगढ़ में सादगी से मनाई गई ईद, घरों में हुई नमाज

जासं, अलीगढ़ : ईद-उल-फितर का त्योहार सादगी के साथ मनाया गया। कोरोना क‌र्फ्यू के चलते ईदगाह और मस्जिदों में मौलाना और कमेटी के सदस्यों ने ही नमाज अदा की। ज्यादातर लोगों ने घरों में ही शारीरिक दूरी बनाकर नमाज पढ़ी। एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी गई। मोबाइल फोन व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी रिश्तेदार, नजदीकियों को बधाई दी गई। नमाजियों ने कब्रिस्तान में जाकर बुर्जुगों की कब्रों पर फातिहा पढ़ा। पुलिस भी मुस्तैद दिखाई दी।

कोरोना संकट के चलते इस बार भी जामा मस्जिद और ईदगाह में सामूहिक रूप से नमाज अदा नहीं हो सकी। शहर मुफ्ती मोहम्मद खालिद हमीद व पुलिस प्रशासन ने इसके लिए पहले ही अपील की थी। नमाजियों ने भी मौके की नजाकत को समझा और अपने घरों में रहे। दोपहर में जुमे की नमाज घरों में ही अदा की गई। बड़ी मस्जिदों में बहुत ही कम लोग पहुंचे। गली-मोहल्लों में स्थित मस्जिदों में भी लोग जमा नहीं हुए। मस्जिदों में कोरोना प्रोटोकाल का पालन कर पांच से सात लोगों ने ही नमाज अदा की। ऊपरकोट जामा मस्जिद, शाहजमाल ईदगाह, जमालपुर, दोदपुर, भुजपुरा आदि स्थानों पर पुलिस व पीएसी तैनात रही। पुलिस मुस्लिम इलाकों में गश्त कर लोगों से शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने और मास्क लगाकर बाहर निकलने की अपील करती रही।

सलामती की दुआ : भाजयुमो नेता औरगंजेब ने भी अपने परिवार के साथ घर पर नमाज अदा की। औरंगजेब ने सभी की सलामती के लिए दुआ की।

घर-घर बनीं सिवइयां : ईद पर घर-घर में सिवइयां बनाई गईं। घरों से उठती लजीज व्यंजनों की महक से वातावरण ईद होने का एहसास करा रहा था। बच्चे घरों में धमाल मचाते नजर आए।

बच्चों का मचला मन : कोरोना के चलते सबकुछ बंद होने से बच्चों का भी मन मचलता रहा। दोपहर के समय कुछ बच्चे नकवी पार्क पहुंच गए। पार्क बंद होने से मायूस होकर लौटे। रिश्तेदारों के घर भी आने-जाने में परहेज किया।

कब्र पर फातिहा : कब्रिस्तान में जाकर लोगों ने अपने पूर्वजों की कब्र पर फातिहा पढ़ा। ईद की नमाज के बाद फातिहा पढ़ने का सिलसिला शाम तक चला। शाहजमाल कब्रिस्तान में भीड़ अधिक रही। कुछ लोग बिना मास्क लगाए ही पहुंचे। कब्रिस्तान कमेटी के सदस्य इन लोगों से मास्क पहनने की गुजारिश करते नजर आए।

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