अंधेरे में रही प्रयासों की 'गोली', तहबाजारी ठेके में उम्मीद से कम रही बोली, जानिए पूरा मामला

राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी (नुमाइश) में पिछले साल के मुकाबले इस बार अधिक आय करने की उम्मीदों को शुक्रवार को करारा झटका लगा है। प्रबंधन शुल्क व्यवस्थापन यानि तहबाजारी का ठेका इस बार महज 1.53 करोड़ में उठा है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:26 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:45 AM (IST)
अंधेरे में रही प्रयासों की 'गोली', तहबाजारी ठेके में उम्मीद से कम रही बोली, जानिए पूरा मामला
नुमाइश में पिछले साल के मुकाबले इस बार अधिक आय करने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी (नुमाइश) में पिछले साल के मुकाबले इस बार अधिक आय करने की उम्मीदों को शुक्रवार को करारा झटका लगा है। प्रबंधन शुल्क व्यवस्थापन यानि तहबाजारी का ठेका इस बार महज 1.53 करोड़ में उठा है। पिछले साल के मुकाबले इस बार महज दो लाख की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, इस साल जानकार इसके दो करोड़ से ऊपर जाने की उम्मीद कर रहे थे। प्रशासन भी इसी प्रयास में था, लेकिन ठेकेदारों ने यह प्रयास विफल कर दिए। हालांकि, इससे जनता को राहत मिलेगी। वहीं, लाल ताल के ठेके में इस बार 10 लाख व बिजली सजावट में 13 लाख की बढ़ोतरी हुई है। इस दोनों कामों के लिए ठेकेदारों में काफी देर तक नीलामी में बोली लगी। अब अन्य ठेकों को टेंडर के माध्यम से आवंटित किया जा रहा है।

खास बातें - प्रशासन की नुमाइश में अधिक आय करने की उम्मीद को लगा झटका - पिछले साल के मुकाबले इस बार महज दो लाख ही महंगा हुआ ठेका - लाल ताल ठेके में हुई 10 लाख से अधिक की बढ़ोतरी, बिजली में बढ़े 13 लाख

दस जनवरी से लगनी है नुमाइश

गंगा-जमुनी तहजीब की प्रतीक अलीगढ़ की नुमाइश का इस बार 19 दिसंबर से लेकर 10 जनवरी तक आयोजन कराने का निर्णय हुआ है। ऐसे में अब इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। शुक्रवार से ठेका प्रक्रिया की शुरूआत हो गई। दोपहर दो बजे से नुमाइश प्रभारी व सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह व तहसीलदार कोल गजेंद्र पाल ङ्क्षसह की मौजूदगी में ठेके आवंटित होने शुरू हुए। सबसे पहले तहबाजारी का ठेका हुआ। इसमें कुल तीन ठेकेदार आए। प्रशासन ने पिछले साल के हिसाब से 1.51 करोड़ से ठेके की शुरूआत की, लेकिन महज एक बोली में ही दो ठेकेदार पीछे हट गए। ऐसे में 1.53 करोड़ की बोली लगाने वाले याको एसोसिएट के नाम यह बोली रही। इसके बाद सर्कस स्थल का ठेका हुआ, लेकिन इसमें कोई भी बोली लगाने नहीं आया। ऐसे में यह ठेका नहीं दिया जा सका। अब आफर के माध्यम से इसका आवंटन कराने की तैयारी हो रही है। इसके बाद लाल ताल वोङ्क्षटग के ठेके की प्रक्रिया की शुरूआत हुई। इसमें कुल चार ठेकेदार आए। पिछले साल की कीमत 7.08 लाख से बोली की शुरूआत हुई। चारों ठेकेदारों ने खूब बोली लगाई। इस पर अंत में पिछले साल से 10 लाख की बढ़ोतरी के साथ 17.20 लाख में यह ठेका जावेद के नाम रहा।

बिजली के ठेके में हुई खूब जद्दोजहद

बिजली आपूर्ति एवं सजावट के ठेके में ठेकेदारों के बीच खूब जिद्दोजहद हुई। इसमें तीन ठेकेदार शामिल हुए। पिछले साल की कीमत 45.10 लाख से बोली की शुरूआत हुई। सबसे पहली बोली पांच हजार बढ़ाकर जैनिथ इंजीनियरिंग कार्पोरेशन के दीपक-सोम गुप्ता ने लगाई। इसके बाद बंसल लाइट की तरफ से इसे बढ़ाया गया। ऐसे ही करीब पांच मिनट तक बोली बढ़ती गई। अंत में जैनिथ इंजीनियर कार्पोरेशन के नाम 58.75 लाख में अंतिम बोली रही। प्रोपराइटर भावुक वाष्र्णेय ने यह बोली लगाई। हालांकि, सिटी मजिस्ट्रेट ने हिदायत दी कि पिछले साल के बिजली ठेकेदार के काम की काफी शिकायतें मिली थीं। ऐसे में गुणवत्ता परख ढंग से काम हो। नुमाइश प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप वर्मा का कहना है कि कई प्रमुख ठेके शुक्रवार को नीलामी के माध्यम से आवंटित कर दिए गए हैं। अब बाकी के बचे कामों को टेंडर के माध्यम से दिया जा रहा है।

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