शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा देश की महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं : डा. वीपी पांडेयAligarh News

सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल खैर रोड के वंदना सत्र में नई शिक्षा नीति पर विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के 1200 छात्रों एवं 50 आचार्यों ने इसमें प्रतिभाग किया।शिक्षा स्वास्थ्य व सुरक्षा देश की महत्वपूर्ण आवश्कताएं हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:56 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:56 PM (IST)
शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा देश की महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं : डा. वीपी पांडेयAligarh News
नई शिक्षा नीति पर विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खैर रोड, के वंदना सत्र में नई शिक्षा नीति पर विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के 1200 छात्रों एवं 50 आचार्यों ने इसमें प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि शिक्षाविद डा. वीपी पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति-2020 नए भारत के निर्माण की आधार शिला है। इसका क्रियान्वयन काफी जरूरी भी है। शिक्षा स्वास्थ्य व सुरक्षा देश की महत्वपूर्ण आवश्कताएं हैं।

नई शिक्षा नीति

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में देश की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक युगान्तकारी परिवर्तन होगा। अभी तक मैकाले की शिक्षा नीति पर प्राथमिक शिक्षा से ही परोसी जाने वाली अंग्रेजी माध्यम की परीक्षा को अब अनिवार्य रूप से बालक की ‘मातृभाषा’ में देने की नई नीति बनायी गयी है। उच्च प्राथमिक स्तर से ही छात्रों कों व्यावसायिक शिक्षा में जोड़कर आगे की शिक्षा न ले पाने वाले छात्रों की अजीविका के साधन उपलब्ध कराने की सोच देश में बढ़ती बेरोजगारी पर अंकुश लगाएगी। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अध्यापक शिक्षा के चार वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम को लागू करके योग्य एवं दक्ष शिक्षकों के निर्माण की दिशा में सराहनीय कदम उठाया गया है। डा. पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लायी गयी नई शिक्षा नीति-2020 के सुपरिणाम 2030 के बाद परिलक्षित होने लगेंगे। नई शिक्षा नीति विकसित भारत के निर्माण में योगदान देगी। ऐसी राष्ट्र की अपेक्षा है। इससे पूर्व वंदना सत्र का आरम्भ मुख्य अतिथि के साथ प्रधानाचार्य डा. सूर्य प्रकाश ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन करके किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने इस अवसर पर बताया कि यह नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति निश्चित ही भारत का भविष्य तय करेगी और शिक्षा के साथ कौशल पर बल देगी। इस कार्यक्रम में अशोक सारस्वत, विनोद शर्मा, अतुल शर्मा, सुनील कुमार शर्मा, दिनेश सिंह, मदन मोहन शर्मा, विशन स्वरूप, गोपाल पचौरी, धीरज सिंह, नवीन कुमार ,नीलम भारद्वाज, जोया राना, सौरभ वार्ष्णेय आदि शामिल रहे।

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