टेंपो न चलने से चालक हो रहे परेशान, भाजपा सांसद ने क्या कहा, जानिए आप भी Aligarh News
एसएसपी ने शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए गांवों के परमिट वाले टेंपो के शहर में प्रवेश आने पर रोक लगा दी है। शहर के सारसौल एटा चुंगी सासनीगेट क्वार्सी आदि चौराहे से टेंपो चालकों को अंदर नहीं आने दिया जा रहा है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। देहात क्षेत्र से शहर के बीच परमिट से चलने वाले टेंपो को अब शहर में आने नहीं दिया जा रहा है। इससे टेंपो चालक परेशान हैं। उनके सामने आर्थिक तंगी के हालात पैदा हो गए हैं। उनका कहना है कि सांसद सतीश कुमार गौतम से भी वे मिले थे, मगर अभी तक न तो समस्या का कोई समाधान हुआ है और न ही कोई रास्ता मिला है।
यह है समस्या
एसएसपी ने शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए गांवों के परमिट वाले टेंपो के शहर में प्रवेश आने पर रोक लगा दी है। शहर के सारसौल, एटा चुंगी, सासनीगेट, क्वार्सी आदि चौराहे से टेंपो चालकों को अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। इसको लेकर टेंपो चालक दो सप्ताह पहले सांसद सतीश कुमार गौतम से मिले थे। चालक नेत्रपाल का कहना है कि अभी तक समस्या का कोई हल नहीं निकल सका है। कई ऐसे टेंपो चालक हैं, जिन्होंने किस्त पर गाड़ी ली है। उन्हें किस्त जमा करना मुश्किल हो रहा है। बच्चों की स्कूली फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं और अन्य घरेलू खर्च चलाने में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति रही तो वह भुखमरी की कगार पर आ जाएंगे।
टेंपो चालकों की पीड़ा
किस्त पर टेंपो लिया है। अब शहर में उसे चलने नहीं दिया जा रहा है। एक सप्ताह से घर पर बैठे हैं। ऐसे में किस्त चढ़ती जाएगी। अब तो घर का खर्चा भी चलाना मुश्किल हो रहा है।
- नेत्रपाल सिंह
हम लोगों को ग्रामीण क्षेत्र से परमिट मिलता है, मगर ग्रामीण क्षेत्र में सवारियां नहीं मिलती हैं। इसलिए शहर में टेंपो चलाना हमारी मजबूरी है। संचालन पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
-प्रवेश कुमार
टेंपो शहर में चल रहे हैं, कहीं किसी को दिक्कत नहीं है। शनिवार को फिर अधिकारियों के साथ बैठक करके इसका स्थायी समाधान निकाला जाएगा। टेंपो चालकों को परेशान नहीं होने देंगे।
- सतीश कुमार गौतम, सांसद
शहर में टेंपो व ई-रिक्शों के चलते जाम रहता है। शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए इनके रूट तय किए जा रहे हैं। यूनिक नंबर भी अंकित किए जा रहे हैं। बिना परमिट टेंपो को शहर में नहीं चलने दिया जाएगा।
- सतीश चंद्र, एसपी ट्रैफिक