सजे सरकारी स्कूल, आज उत्सव के बीच शिक्षा के मंदिर आएंगे नौनिहाल Aligarh news

कोरोना काल के चलते कक्षा एक से पांच तक के सरकारी स्कूल करीब एक साल से बंद थे। मगर एक मार्च 2021 से ये वापस नौनिहालों की खिलखिलाहट से गुलजार होंगे। विद्यार्थियों के स्वागत के लिए जिले के तमाम विद्यालयों को सजाया गया है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 05:41 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:11 AM (IST)
सजे सरकारी स्कूल, आज उत्सव के बीच शिक्षा के मंदिर आएंगे नौनिहाल Aligarh news
सोमवार से नन्हे-मुन्ने स्कूल आकर स्कूलों का उद्धाटन करेंगे।

अलीगढ़, जेएनएन : कोरोना काल के चलते कक्षा एक से पांच तक के सरकारी स्कूल करीब एक साल से बंद थे। मगर एक मार्च 2021 से ये वापस नौनिहालों की खिलखिलाहट से गुलजार होंगे। विद्यार्थियों के स्वागत के लिए जिले के तमाम विद्यालयों को सजाया गया है। अब सोमवार से नन्हे-मुन्ने स्कूल आकर स्कूलों का उद्धाटन करेंगे। पढ़ाई से पहले बच्चों के लिए उत्सव कार्यक्रम भी किए जाएंगे। स्कूलों में कोविड-19 के तहत सुरक्षा मानक भी पूरे कर लिए गए हैं।

 

नियमों का होगा पालन

मुख्य गेट पर बच्चों के प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। कक्षाओं में जाने से पहले हाथ धोने के इंतजाम भी किए गए हैं। साथ ही सभी विद्यार्थियों को मास्क पहनकर आना अनिवार्य है। अगर कोई विद्यार्थी मास्क पहनकर नहीं आता है तो स्कूल की ओर से विद्यार्थी को मास्क मुहैया कराया जाएगा। इसके अलावा विद्यालय आने वाले हर विद्यार्थी के पास उनके अभिभावकों का अनुमति पत्र होना भी जरूरी है। बिना अनुमति पत्र के विद्यार्थी स्कूल नहीं आएंगे।

तय शेड्यूल के हिसाब से ही स्कूलों में कक्षाएं संचालित

होंगी। सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक कक्षाएं चलाई जाएंगी। निजी स्कूलों में एक से पांच की कक्षाएं संचालित नहीं होंगी। हालांकि संत फिदेलिस सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य फादर सनी कोटूर ने बताया कि उनके यहां भी परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। इसके चलते बच्चे कम ही आएंगे। मगर एक से पांचवीं तक के विद्यार्थियों को आने से मना नहीं किया है। जो भी आएंगे उनको पढ़ाया जाएगा।

 

ये रहेगा शेड्यूल

 सोमवार व गुरुवार को कक्षा एक व पांच

 मंगलवार व शुक्रवार को कक्षा दो व चार

 बुधवार व शनिवार को कक्षा तीन

विद्यालय आने के प्रति बढ़ाएंगे रुचि

लंबे समय से स्कूल बंद होने से बच्चों में स्कूल न जाने का भाव भी उत्पन्न हुआ है। ऐसे में शिक्षक-शिक्षिकाएं बच्चों में विद्यालय आने की रुचि बढ़ाने के लिए गतिविधियां भी कराएंगे। उत्सव कार्यक्रम व खेलकूद गतिविधियां भी कराई जाएंगी। हर विद्यालय में ये आयोजन करना अनिवार्य है।

एआरपी व बीईओ देंगे फोटो आख्या

 अफसरों ने सभी अकादमिक रिसोर्स पर्सन (अकादमिक रिसोर्स पर्सन) व ब्लाक एजुकेशन आफिसर (बीईओ) सुबह नौ बजे स्कूल पहुंचकर बच्चों के स्वागत व उत्सव होने का निरीक्षण करेंगे। इसकी फोटो आख्या अधिकारी के पास भेजी जाएगी। इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं।

निजी स्कूलों में नहीं चलेंगी कक्षाएं 

निजी स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक की कक्षाएं फिलहाल संचालित नहीं होंगी। किसी स्कूल में दो तो किसी में चार मार्च से परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए आनलाइन परीक्षा का प्रावधान किया गया है। इसलिए छोटी कक्षाएं अभी संचालित नहीं होंगी।

प्रवीण अग्रवाल, अध्यक्ष, पब्लिक स्कूल डेवलपमेंट सोसायटी

पहला उद्देश्य स्कूल बुलाना

बच्चे लंबे समय से स्कूल से दूर हैं। उनमें स्कूल आने के प्रति रुचि जगाना प्राथमिकता है। इसलिए सजावट, स्वागत, उत्सव व खेल गतिविधियां कराने के निर्देश दिए गए हैं। अभिभावकों को भी प्रेरित किया जाएगा कि वे बच्चों को स्कूल भेंजें। बच्चों के स्वागत को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं।

डा. लक्ष्मीकांत पांडेय, बीएसए

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