आगरा की डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी कम करेगी 25 फीसद कोर्स
कोरोना काल में शिक्षण कार्य देर से शुरू होने के चलते कोर्स को कम करने का फैसला कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की ओर से किया गया है।
जासं, अलीगढ़ : डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा ने छात्र-छात्राओं के हित में कोर्स को कम करने का फैसला किया है। कोरोना काल में शिक्षण कार्य देर से शुरू होने के चलते कोर्स को कम करने का फैसला कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की ओर से किया गया है। अब विद्यार्थियों को केवल 75 फीसद कोर्स ही पढ़ना होगा। मगर ये कोर्स कितना व कहां से कम होगा? इसका निर्णय अध्ययन समितियों के साथ बैठक कर लिया जाएगा। इस संबंध में अध्ययन समितियों की बैठक भी बुलाई गई है। यह जानकारी आगरा यूनिवर्सिटी की जनसंपर्क अधिकारी डॉ. सुनीता गुप्ता ने दी। बताया कि, स्नातक व परास्नातक दोनों के ही पाठ्यक्रम कम किए जाएंगे। कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई के जरिए भी विद्यार्थियों का कोर्स पूरा नहीं हो सका है। परीक्षाएं आने में भी कम समय बचा है, इसलिए कोर्स कम कर विद्यार्थियों को राहत दी जाएगी।
33 फीसद सीट बढ़ोतरी की मांग: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से संबद्ध डिग्री कॉलेजों में 33 फीसद सीट बढ़ोतरी के लिए सोमवार को छात्रनेताओं ने डीएस डिग्री कॉलेज के प्राचार्य को कुलपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा।। छात्रनेता हर्षद हिदू ने कहा कि इंटरमीडिएट में पास होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है, इसलिए विश्वविद्यालय से 33 फीसद सीटें बढ़ाने के लिए लगातार अनुरोध किया जा रहा है। विवि प्रशासन लगातार छात्रों की मांग को अनदेखा कर रहा है। अगर सीट बढ़ाने का फैसला नहीं किया गया तो छात्रनेता आंदोलन व धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। प्राचार्य डॉ. हेमप्रकाश ने कहा कि छात्रों की मांग संबंधी ज्ञापन कुलपति तक पहुंचाया जाएगा।