Shooting Championship: देशभर में 45 वर्ष से ही खुलेंगे मास्टर्स शूटिंग के दरवाजे
देशभर के निशानेबाजों को अब 45 वर्ष आयु के बाद से ही नेशनल राइफल एसोसिएशन आफ इंडिया (एनआरएआइ) की ओर से आयोजित मास्टर्स शूटिंग चैंपियनशिप में प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। एनआरएआइ ने कैटेगरी व स्कोर तय कर इस पर मुहर लगा दी गई है।
अलीगढ़, गौरव दुबे। देशभर के निशानेबाजों को अब 45 वर्ष आयु के बाद से ही नेशनल राइफल एसोसिएशन आफ इंडिया (एनआरएआइ) की ओर से आयोजित मास्टर्स शूटिंग चैंपियनशिप में प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। एनआरएआइ ने कैटेगरी व स्कोर तय कर इस पर मुहर लगा दी गई है। अभी तक 60 वर्ष की उम्र पूरी करने के बाद ही निशानेबाजों को मास्टर्स कैटेगरी में खेलने का मौका मिलता था। अब 60 वर्ष से ऊपर के निशानेबाज सीनियर मास्टर कैटेगरी में खेलेंगे।
हर जिले व प्रदेश में उम्दा शूटर्स एनआरएआइ की चैंपियनशिप में भाग लेने से वंचित रहते थे। वे ओपन शूङ्क्षटग चैंपियनशिप में ही भाग लेकर शौक पूरा करते रहते थे। जिसमें प्रदेश व देश के लिए पदक जीतने के अवसर नहीं मिलते थे। अब 45 वर्ष आयु के बाद से ही उम्दा निशानेबाज नेशनल व इंटरनेशनल मास्टर्स शूङ्क्षटग चैंपियनशिप में खेल सकेंगे। इस फैसले से अलीगढ़, दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, लखनऊ के शूटर्स में खुशी की लहर है। इन जिलों में ऐसे शूटर्स की भरमार है। मास्टर कैटेगरी में क्वालीफाइंग स्कोर भी अन्य वर्गों के मुकाबले कम रखा गया है।
जिला स्तर से करेंगे शुरुआत
नेशनल मास्टर्स चैंपियनशिप के लिए दावेदारी के लिए बेहतरीन खिलाडिय़ों को भी पहले जिला, फिर राज्यस्तर पर क्वालीफाई करना होगा। प्री-नेशनल व नेशनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद ही वे नेशनल मास्टर्स चैंपियनशिप में खेलने के पात्र होंगे।
सीनियर व मास्टर्स शूटर्स के क्वालीफाइंग स्कोर
इवेंट, पुरुष-महिला स्कोर, मास्टर पुरुष-महिला स्कोर
एयर पिस्टल, 550-535, 540-525
फ्री पिस्टल, 500-490, 490-480
रैपिड फायर पिस्टल, 525- --, 515- --
सेंटर फायर पिस्टल, 545- --, 535- --
स्टैंडर्ड पिस्टल, 530- --, 520- --
स्पोट््र्स पिस्टल, -- -530, -- -520
53 वर्ष उम्र है, अभी ओपन शूङ्क्षटग में खेलता था। नई व्यवस्था जानकर खुशी हुई। अभी कस्टम जीएसटी में अधीक्षक के पद पर कार्यरत हूं। अब फिर तैयारी करूंगा।
अर्जुन महर्षि, नेशनल शूटर, दिल्ली
52 वर्ष उम्र है, तीन इंटरनेशनल खेले हैं। अभी ओपन में ही खेलता हूं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मुख्य पार्सल अधीक्षक हूं। 2016 में वल्र्ड रेलवे शूङ्क्षटग चैंपियनशिप में कांस्य जीता। अब फिर जुटेंगे।
रामकुमार सिसौदिया, इंटरनेशनल शूटर, गाजियाबाद
47 वर्ष उम्र है, अभी नेशनल में ही खेलता था। यूपी टीम मैनेजर व अंतरराष्ट्रीय शूङ्क्षटग रेफरी पद पर भी हूं। मास्टर्स कैटेगरी में अब खेलने का मौका मिलेगा। बेहतर फैसला है।
वेदप्रकाश शर्मा, नेशनल शूटर, अलीगढ़
45 वर्ष आयु पूरी करने के बाद शूटर्स मास्टर कैटेगरी में खेल सकेंगे। 60 से ऊपर वाले सीनियर मास्टर्स ग्रुप में खेलेंगे। 2022 के शूङ्क्षटग चैंपियनशिप कैलेंडर से ये व्यवस्था लागू रहेगी।
राजीव भाटिया, सचिव, नेशनल राइफल एसोसिएशन आफ इंडिया