छह माह पूर्व जिस घर से उठी थी डोली, वहीं से उठी अर्थी Aligarh news
विजयगढ़ कस्बा निवासी मोर मुकुट को क्या पता था जिस बेटी की डोली हंसी खुशी के साथ उठाई थी उसकी अर्थी भी 6 माह बाद उठानी पड़ेगी। दहेज लोभियों उनकी बेटी को ससुराल में मार दिया।जिसका अंतिम संस्कार मायके में किया गया।
अलीगढ़, जेएनएन: विजयगढ़ कस्बा निवासी मोर मुकुट को क्या पता था जिस बेटी की डोली हंसी खुशी के साथ उठाई थी उसकी अर्थी भी 6 माह बाद उठानी पड़ेगी। दहेज लोभियों उनकी बेटी को ससुराल में मार दिया, जिसका अंतिम संस्कार मायके में किया गया।
छह महीने पहले हुई थी शादी
जानकारी के अनुसार मोहल्ला अहिरान निवासी मोर मुकुट यादव ने अपनी बेटी पूनम 20 वर्ष की शादी महावीर पुत्र लक्ष्मी नारायण निवासी गढ़िया थाना नगला सिंधी टूंडला फिरोजाबाद के साथ 18 जून को धूमधाम के साथ की थी तथा सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज भी दिया था लेकिन ससुराल पक्ष इतने से संतुष्ट नहीं हुआ तथा पूनम का उत्पीड़न शुरू कर दिया और मोटरसाइकिल की मांग करते रहे। बेटी ने भैया दूज के दिन मायके में फोन कर कहा था ससुराल वाले मोटरसाइकिल की मांग कर रहे हैं और अगर बाइक दे देते हो तो हम दौज खिलाने आ जाएंगे। यह सब बातें अपने पिता को बताईं उन्होंने समझा-बुझाकर शांत कर दिया उसके बाद फिर उसका कभी फोन नहीं आया ना ही कोई बातचीत हुई मंगलवार को उसकी मौत की सूचना मिली लेकिन पिता मोर मुकुट को मंगलवार की शाम को सूचना मिली उनकी बेटी की मौत हो गई है। स्वजन सूचना पर बेटी की ससुराल पहुंचे तो वहां बेटी उन्हें मृत मिली। पिता ने बताया कि पूनम के शरीर पर काफी चोट के निशान थे। उसका एक दांत भी टूटा हुआ था और उसका कपड़े से मुंह बंद कर मारा गया है। उसके बाद आत्महत्या का रूप देने के लिए धोती जंगले पर लटका दी थी दोनों मायके पक्ष ने जेठ प्रेम शंकर व सुभाष पति महावीर सास रामा देवी ससुर लक्ष्मी नारायण के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा थाना नगला सिंधी टूंडला फिरोजाबाद में दर्ज कराया है