Aligarh Vaccination Alert: न घबराएं, टीबी के मरीज भी लगवा सकते हैं कोविड टीका
विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मरीजों को इम्युनिटी वीक होने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। इसलिए टीबी के सभी मरीजों के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। ऐसे सभी मरीजों को टीकाकरण में प्राथमिकता भी दी जा रही है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना के खिलाफ केंद्र सरकार ने टीकाकरण का महाअभियान शूुरू किया है, लेकिन अभी भी बुजुर्ग व बीमार मरीजों में टीके के लेकर भ्रम की स्थिति है । इनमें टीबी के नए, संदिग्ध व पुराने मरीज भी शामिल हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मरीजों को इम्युनिटी वीक होने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। इसलिए टीबी के सभी मरीजों के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। ऐसे सभी मरीजों को टीकाकरण में प्राथमिकता भी दी जा रही है।
क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. अनुपम भास्कर ने बताया कि कोरोना वायरस और क्षय रोग (टीबी) के संक्रमण का तरीका और लक्षण लगभग मिलते-जुलते हैं । ऐसे में संक्रमण से बचाव के लिए अत्यधिक सावधानी बहुत जरूरी है । यह बीमारी हवा में अत्यधिक फैलती है । एक दूसरे के मुंह से सांस टकराने व खासकर जब कोई पीड़ित व्यक्ति बोलता खांसता या छींकता है । अब तक फैले संक्रमण से टीबी और कोरोना वायरस के लक्षण और फैलने का तरीका एक जैसे ही है । उन्होंने बताया दोनों ही बीमारियां फेफड़ों पर असर करती हैं । इसका उपाय एक ही है । कोरोना संक्रमण से बचने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। हालांकि, जिन मरीजों को तेज बुखार है या फिर कोविड के लक्षण आ रहे हैं, केवल उन्हें टीका नहीं लगवाना चाहिए। टीकाकरण के बाद भी कोविड नियमों का सख्ती से पालन करना है। टीबी रोगियों को टीके की दोनों डोज लगवानी है। कोविड टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। टीके की दोनों डोज आवश्यक है। को-वैक्सीन की दूसरी डोज चार से छह सप्ताह के अंतराल पर, जबकि कोविडशील्ड की दूसरी डोज 12 से 16 सप्ताह के अंतराल पर लगवानी है।
पौष्टिक खानपान पर जोर
दूध, अंडा, पनीर, सोयाबीन, हरी साग-सब्जियों और चिकित्सक के सुझाव के अनुसार भोज्य पदार्थों का सेवन करें।
टीबी मरीज हैं तो रहे ध्यान:
-टीबी की दवा बंद न करें।
- मास्क, दो गज की दूरी और हाथों की स्वच्छता के नियम का कड़ाई से पालन करें
- घर से बाहर बिल्कुल न निकलें
- टीबी के साथ कोविड के लक्षण आ रहे हैं तो तुरंत जांच कराएं
- स्वजन से भी कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए ही मिलें