जिले को मिले 865 नए प्रधान, अभी है नियमों से अनजान, जानिए कैसे संभालेंगे काम Aligarh news

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतगणना हो चुकी है। जिले को 865 नए प्रधान मिल गए हैं। दो पंचायतों में अभी चुनाव होने बाकी हैं। यहां पर प्रत्याशियों के मौत के चलते चुनावों को आगे टाल दिया गया है। इस बार निर्वाचित प्रधानों में से अधिकतर नए हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 03:04 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 03:31 PM (IST)
जिले को मिले 865 नए प्रधान, अभी है नियमों से अनजान, जानिए कैसे संभालेंगे काम Aligarh news
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतगणना हो चुकी है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतगणना हो चुकी है। जिले को 865 नए प्रधान मिल गए हैं। दो पंचायतों में अभी चुनाव होने बाकी हैं। यहां पर प्रत्याशियों के मौत के चलते चुनावों को आगे टाल दिया गया है। इस बार निर्वाचित प्रधानों में से अधिकतर नए हैं। ऐसे में इन्‍हें नियमों की भी जानकारी नहीं हैं। पंचायत राज विभाग ने अब अधिकतर कामों में आनलाइन कर दिया है। ऐसे में अभी इस पूरे सिस्टम को समझने में करीब छह महीने का समय लग जाएगा। तब तक ग्राम पंचायत सचिव की गांव की पूरी बागडोर संभालेंगे। 

पांच साल का होता है कार्यकाल

प्रधान का कार्यकाल पांच साल का होता है। जिले में कुल 867 ग्राम पंचायत हैं। 25 दिसंबर को पुराने प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। ऐसे में पिछले चार महीने से प्रधानों के पद जिले में रिक्त चल रहे थे। संबंधित ब्लाकों के एडीओ पंचायत पर ही प्रधानों के प्रशासक की जिम्मेदारी है। हालांकि, शासन ने सभी प्रशासकों के अधिकार सीमित कर रहे हैं। ऐसे में यह ज्यादा विकास कार्य नहीं करा सके हैं। वहीं, पिछले महीने से निर्वाचन विभाग ने प्रधानों के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। जिले में एक साथ 867 पंचायतों में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन गंगीरी व अकराबाद की एक-एक पंचायत में नामांकन के बाद प्रधान पद के प्रत्याशियों की मौत हो गई। ऐेसे में जिले में 865 पंचायतों में एक साथ चुनाव हुआ। अब इन पंचायतों के परिणाम आ चुके हैं। ऐसे में सभी पंचायतों को नए प्रधान मिल गए हैं। हालांकि, अभी इन प्रधानों को पंचायत राज विभाग के नियमों का समझने में समय लगेगा। तब तक ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम विकास अधिकारियों के हाथों में ही पूरी काम की बागडोर होगी।

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