अलीगढ़ में बेकाबू हो रहीं बीमारियां, सेवाएं लाचार

घर-घर में बुखार की चपेट में आए लोग मछररोधी कार्रवाई न होने से समस्या।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:57 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:57 PM (IST)
अलीगढ़ में बेकाबू हो रहीं बीमारियां, सेवाएं लाचार
अलीगढ़ में बेकाबू हो रहीं बीमारियां, सेवाएं लाचार

जागरण टीम, अलीगढ़ : डेंगू व बुखार के प्रकोप को रोकने के लिए शासन-प्रशासन ने भले ही सभी विभागों को संयुक्त रूप से जिम्मेदारी सौंपी हो, लेकिन धरातल पर असर नहीं दिख रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में न तो डेंगू व बुखार पर अंकुश लग रहा है और न इनसे होने वाली मृत्यु पर। चिता की बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग भले ही सीएचसी-पीएचसी पर 24 घंटे सेवाएं देने का दावा करे, लेकिन यहां तो दिन में भी इलाज मयस्सर नहीं। कहीं पर डाक्टर नहीं तो कहीं पर्याप्त दवा नहीं। इससे गांवों-कस्बों में लोग झोलाछापों से इलाज को मजबूर हैं।

गांव-गांव बुखार के मरीज

बरला क्षेत्र के गांव दतियावली का हाल तो बहुत बुरा है। यहां सात मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। जयरानी, बबीता, नेहा, सुमित कुमार, अजयवीर समेत 50 से अधिक लोग बुखार की चपेट में हैं। पूरे गांव में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। नालियों में कीचड़ भरा पड़ा है। आरोप है कि सफाई कर्मी गांव में नहीं आते हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य लोकेश शर्मा ने बताया कि पूरा गांव इस बीमारी की चपेट में है। 50 लोग अलीगढ़ व छर्रा में इलाज करा रहे हैं। विधायक ठा. रवेंद्र पाल सिंह भी मौके पर पहुंचे। मृतकों के परिवार को सांत्वना दी। अफसरों से बात करके डेंगू रोधी कार्रवाई शुरू कराई।

फार्मासिस्ट कर रहे उपचार

गभाना क्षेत्र में घर-घर मरीजों की चारपाई बिछी हुई हैं। सीएचसी पर कभी डाक्टर नहीं मिलते। जब भी पूछो मुख्यालय या अन्य कारण से बाहर बताए जाते हैं। बुखार के रोगियों को दवा के नाम पर केवल पैरासीटामोल दी जा रही। शनिवार को ओपीडी में फार्मासिस्ट ही मरीजों को देखते मिले। दोपहर एक बजे तक 80 मरीज देखे गए, जिसमें करीब 15 मरीज बुखार से पीड़ित थे। पीयूष कुमार ने बताया कि दो दिन से बुखार है। इलाज के लिए अस्पताल आया, लेकिन कोई डाक्टर नहीं मिले।

झोलाछापों से उपचार, सीएमओ पहुंचे

इगलास सीएचसी पर प्रतिदिन लगभग 300 से 400 मरीज देखे जा रहे हैं। सबसे अधिक संख्या बुखार के मरीजों की है। सीएचसी पर शनिवार को तीन बुखार के मरीज भर्ती थे। क्षेत्र में बुखार का प्रकोप फैला है। ज्यादातर लोग प्राइवेट डाक्टर व झोलाछापों से इलाज करा रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में न दवा मिलती है न बेहतर सुविधा। सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय ने सीएचसी का दौरा कर व्यवस्था देखीं। भर्ती किए गए बुखार के पांच मरीजों का हालचाल पूछा। सैंपलिग व टीकाकरण की स्थिति देखी। अधीक्षक डा. रोहित गोयल मुख्यालय पर अटैच होने के कारण सीएमओ के साथ ही पहुंचे थे। चिकित्साधिकारी डा. मनोज चतुर्वेदी, डा. गोपाल सारस्वत, डा. गौरव शाक्य व अन्य कर्मी उपस्थित रहे।

क्षेत्र के गांवों में बुखार का प्रकोप

अतरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 200 से 250 मरीज बुखार से पीड़ित आ रहे हैं। शनिवार को भी 100 से अधिक बुखार से पीड़ित सीएचसी में पहुंचे। सीएमएस डा. राजीव सिघल ने बताया कि रोजाना 100 से अधिक मरीज देखे जा रहे हैं। गांव-गांव दवा के छिड़काव के साथ सफाई के लिए ग्राम प्रधानों को भी अवगत करा दिया गया।

शिविर लगाकर उपचार, डेंगू रोधी कार्रवाई

डेंगू नियंत्रण अभियान के अंतर्गत जिला मलेरिया अधिकारी डा. राहुल कुलश्रेष्ठ के नेतृत्व में ग्राम सिहोर, लक्ष्मण गढ़ी, मानपुर खुर्द, दतावली छर्रा व नगरीय क्षेत्र में कुंवर नगर, बन्ना देवी, सारसौल महबूब नगर, नगला महताब व संजय गांधी कालोनी में शिविर लगाकर 201 मरीजों को दवा दी गई। इनमें 77 बुखार के रोगी मिले। 44 रोगियों की मलेरिया जांच की गई। यहां सोर्स रिडक्शन की कार्रवाई की गई । गोविद नगर, बीमा नगर, सारसौल, नगला मसानी, शंकर विहार कालोनी, रावण टीला में अभियान चलाकर फागिग कराई गई । डा. कुलश्रेष्ठ ने बताया कि टीमों ने 917 घरों का भ्रमण किया। 523 कूलर, 1298 कंटेनर एवं अन्य पात्रों को चेक किया गया। 33 जगह लार्वा मिला।

chat bot
आपका साथी