अलीगढ़ में तेजी से बढ़ रहा डेंगूू के डंक का प्रकोप, जानें कारण Aligarh news

तमाम कवायदों के बावजूद डेंगू के डंक का प्रकोप थम नहीं रहा है। रोजाना 30-40 के औसत से नए डेंगू रोगी सामने आ रहे हैं। मलेरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग नगर निगम व मलेरिया विभाग की टीमें अलग-अलग कार्रवाई भी कर रही हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 12:16 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:16 PM (IST)
अलीगढ़ में तेजी से बढ़ रहा डेंगूू के डंक का प्रकोप, जानें कारण Aligarh news
जिले में तमाम कवायदों के बावजूद डेंगू के डंक का प्रकोप थम नहीं रहा है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिले में तमाम कवायदों के बावजूद डेंगू के डंक का प्रकोप थम नहीं रहा है। रोजाना 30-40 के औसत से नए डेंगू रोगी सामने आ रहे हैं। मलेरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम व मलेरिया विभाग की टीमें अलग-अलग कार्रवाई भी कर रही हैं, फिर भी डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया, मच्छरजनित बीमारियां हैं। इनसे बचाव मच्छरों से बचाव करके ही हो सकता है। इसके लिए केवल सरकारी तंत्र के भरोसे नहीं रहना चाहिए, वह अपनी क्षमता व पहुंच के हिसाब से कार्रवाई करता ही है, लेकिन आम नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सहयोग करने से पीछे नहीं हटना चाहिए।

खुद भी समझनी होगी जिम्मेदारी

जिला मलेरिया अधिकारी डा. राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि संक्रामक रोग टीम, मलेरिया टीम, डीबीसी द्वारा नगरीय क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू धनात्मक क्षेत्रों में टीमों द्वारा सोर्स रिडक्सन की कार्यवाही की जा रही है। इस दौरान घरों के अंदर ही काफी संख्या में लार्वा मिल रहा है। कूलर, पंखे, गमले, पक्षियों के पात्र, टायर आदि में कई-कई सप्ताह पुराना पानी जमा होता है, जिसमें खूब लार्वा मिल रहा है। फ्रिज के ट्रे तक का पानी नहीं बदला जा रहा है। इसमें भी डेंगू के लिए जिम्मेदार एडिज मच्छर मिल रहा है। यह मच्छर साफ और ठहरे पानी में ही मिलता है। इसलिए घर के किसी भी पात्र में पानी इकट्ठा न होने दें। इसके अलावा आसपास जलभराव वाले स्थानों पर भी लार्वा मिल जाएगा। गंदगी में भी मच्छर पनपते हैं। समाज के नागरिक होने के कारण स्वयं भी ऐसे हालात से निपटने में सरकार का सहयोग करें। सामूहिक प्रयास के बिना ऐसी बीमारियों पर अंकुश संभव नहीं हैं।

मच्छरों के काटने से बचाव - मच्छरों के काटने से बचाव के लिए मच्छरनाशक क्रीम, स्प्रे, मैट्स, क्वाइल आदि का प्रयोग करें। - सेनोट्रोला तेल भी मच्छरोें को भगाने में काफी असरदार है। - घर के दरवाजे व खिड़कियों में जालियां लगवाएं। - ऐसे कपड़े पहने जिससें कि शरीर का अधिक से अधिक भाग ढका रहे।

ये भी रखें ध्यान - आपने घरों में रखे फ्रिज की पीछे वाली ट्रे में, फ्रिजर के नीचे वाली ट्रे को सप्ताह में दो दिन अवश्य साफ करें। स्वास्थ्य विभाग के सर्वें में अधिक मच्छर का लार्वा इन्हीं में पाया जा रहा है। - मच्छरों को भगाने व मारने के लिए मच्छरनाशक क्रीम, स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि का प्रयोग करें। गगूल के धुएं से मच्छर भगाना एक अच्छा देशी उपाय है। रात में मच्छरदानी के प्रयोग से भी मच्छरों के काटने से बचा जा सकता है। सेनोट्रोला तेल भी मच्छरोें को भगाने में काफी असरदार है। - ऐसे कपड़े पहने जिससें कि शरीर का अधिक से अधिक भाग ढका रहे।

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