अलीगढ़ के लाल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तटरक्षक वीरता पदक से नवाजा, ऐसे किया था संघर्ष

क्षेत्र के गांव नदरोई निवासी प्रताप नारायण पुत्र मुंशीलाल तिवारी को दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तट रक्षक वीरता पदक से नवाजा है।कुवैत से कच्चा तेल लेकर अपने देश भारत आ रहे था तब श्रीलंका के पूर्वी घाट के पास टैंकर पोत में आग लग गई थी

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:59 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:59 PM (IST)
अलीगढ़ के लाल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तटरक्षक वीरता पदक से नवाजा, ऐसे किया था संघर्ष
प्रताप नारायण पुत्र मुंशीलाल तिवारी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तट रक्षक वीरता पदक से नवाजा है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। लोधा क्षेत्र के गांव नदरोई निवासी प्रताप नारायण पुत्र मुंशीलाल तिवारी को दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तट रक्षक वीरता पदक से नवाजा है। एक वर्ष पूर्व टेंकर कुवैत से कच्चा तेल लेकर अपने देश भारत आ रहे था। तब श्रीलंका के पूर्वी घाट के पास टैंकर पोत में आग लग गई थी। टैंकर न्यू डायमंड में लगी आग पर नियंत्रण के लिए श्रीलंका की नौसेना की मांग पर भारतीय तटरक्षक बल ने अपने तीन पोत और डोनियर विमान भेजे थे। गांव पहुंचने पर प्रधान ने प्रताप नारायण का स्‍वागत किया।

सात दिन की मेहनत के बाद मिली सफलता

समुद्र पहरेदार पोत में अलीगढ़। जनपद के गांव नदरोई निवासी प्रताप नारायण ने अपनी जान जोखिम में डालकर लगातार सात दिनों की मेहनत करके आग पर काबू पाया था। 26 जनवरी 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से तटरक्षक वीरता पदक दिया गया। इस पदक को 9 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रताप नारायण को दिल्ली में दिया है।

गांव में प्रधान ने किया स्‍वागत

 बुधवार को प्रताप नारायण जब तटरक्षक वीरता पदक को लेकर अपने गांव पहुंचे तो गांव में खुशी का जश्न मनाया। ग्राम प्रधान सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। प्रताप नारायण ने बताया कि संयुक्त प्रयास के बाद हादसे का शिकार हुआ पोत के चालक दल को 22 सदस्यों को बचा लिया गया था। भारतीय तट रक्षक बल ने गस्त कर रहे शौर्य,सारंग,सुजय समुद्र पहरेदार को अग्निशमन और अन्य सहायता के लिए भेजा था। 

निजी एंबुलेंस बनीं डग्गेमार,ढो रहे सवारियां

लोधा:खेरेश्वर चौराहे पर बुधवार शाम को रोजाना की तरह जाम लग गया जिसमें एक निजी एंबुलेंस फंसी रही और लाल नीली लाइट के अलावा हूटर वाहन चालकों की धड़कन बढा रहा था मौके पर रोरावर पुलिस को होना था मगर जाम के चलते लोधा पुलिस कर्मियों ने एंबुलेंस देखकर जाम खुलवाने की कोशिश की और जब एंबुलेंस में झांककर देखा तो भौचक्के रह गये एंबुलेंस में मरीज नहीं बल्कि सवारियों से खचाखच भरी थी एंबुलेंस कर्मी भी पुलिस की नजरें देख हड़बड़ाता हुआ उल्टा सीधा एंबुलेंस लेकर रफू चक्कर हो गया।

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