संतों की हत्या पर फांसी की हो सजा, अलीगढ़ में सनातन धर्म संसद में उठी मांग
सनातन हिदू सेवा संस्थान की ओर से सनातन धर्म संसद के समापन समारोह में देश को मजबूत करने का संकल्प लिया गया। नौरंगाबाद स्थित बी. दास कंपाउंड में यति नरसिंहानंद ने हिदुओं से संगठित होने और शस्त्र रखने का आह्वान किया।
जासं, अलीगढ़ : सनातन हिदू सेवा संस्थान की ओर से सनातन धर्म संसद के समापन समारोह में देश को मजबूत करने का संकल्प लिया गया। नौरंगाबाद स्थित बी. दास कंपाउंड में यति नरसिंहानंद ने हिदुओं से संगठित होने और शस्त्र रखने का आह्वान किया।
डा. पूजा शकुन पांडेय ने कहा कि धर्म संसद के माध्यम से आगे भी हिदुओं की आवाज को उठाती रहेंगी। हिदू शास्त्र के साथ शस्त्र भी रखें। शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि हिदुओं की जनसंख्या तेजी से कम हो रही है, जो सोचनीय विषय है। अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि कानून बनना चाहिए, जिसमें दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर वोटिग अधिकार छीन लिए जाएं। प्रस्ताव पारित किया गया कि देवी देवताओं के अपमान व संतों की हत्या पर फांसी की सजा का कानून बनाया जाए। आनंद स्वरूप, स्वामी अंजनी नंदन दास, वरिष्ठ पत्रकार चेयरमैन सुरेश चौहान, यती नरसिंहानंद सरस्वती ने भी संबोधित किया। सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने वर्चुअल से सभी में जोश भरा। कहा, जब तक हिंदू एकजुट नहीं होंगे, भला नहीं हो सकता। एकजुटता में ही शक्ति निहित है। हम सभी को हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए अपने स्तर से प्रयास करने चाहिए। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मनोज शर्मा, संजय महाजन, प्रदीप मंगला, गौरव शर्मा, डा. भगत सिंह आदि थे। आशीष गुप्ता, हर्ष गुप्ता, सागर गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, मनोज सैनी, हरिशंकर शर्मा, अनिल वर्मा, कुंज बिहारी मिश्रा, जेबी शर्मा, सचिन शर्मा आदि थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने भारत को हिदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की।