जेल में बंदी का लटका मिला शव, हत्या का आरोप

जिला कारागार के अस्पताल में भर्ती जौहराबाग निवासी मुहम्मद फुरकान (22) का शव शुक्रवार को फंदे पर लटका मिला।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Aug 2018 07:30 AM (IST) Updated:Sat, 04 Aug 2018 07:30 AM (IST)
जेल में बंदी का लटका मिला 
शव, हत्या का आरोप
जेल में बंदी का लटका मिला शव, हत्या का आरोप

अलीगढ़ : जिला कारागार के अस्पताल में भर्ती जौहराबाग निवासी मुहम्मद फुरकान (22) का शव शुक्रवार शाम चादर के फंदे से लटका मिला। गुरुवार को ही क्वार्सी पुलिस ने नशीला पदार्थ रखने के आरोप में जेल भेजा था। जेल प्रशासन का कहना है कि बंदी ने खुदकशी की है। बाकी तथ्यों की जांच चल रही है। हालांकि, तमाम ऐसे सवाल भी हैं, जिनका किसी के पास कोई जवाब नहीं है। उधर, मृतक के परिजनों ने जेल में हत्या का आरोप लगाया है। पीड़ित परिजन बसपा नेता जमीरउल्लाह के पास पहुंचे और पुलिस के ऊपर आरोप लगाए। तर्क दिया कि मृतक किसी भी आरोप में नहीं पकड़ा गया। पुलिस ने उसे झूठा फंसाया था। जेल में उसकी हत्या करा दी गई।

क्वार्सी पुलिस ने फुरकान पुत्र मरहूम इस्लाम खां व रजानगर के शहबाज को 200-200 ग्राम नशीला पाउडर डायजापाम रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। दोनों बैरिक नंबर 11 में रखे गए थे। 14 अगस्त को कोर्ट में पेशी थी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक आलोक सिंह के मुताबिक फुरकान को जब जेल में लाया गया तो एक अंगुली कटी हुई थी। जेल अस्पताल में ड्रेसिंग कराई गई। रात में पेट में दर्द उठने पर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। शुक्रवार शाम करीब छह बजे अस्पताल के पीछे बने रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट की पाइप से उसका शव लटका मिला। उसके गले में चादर का फंदा लगा था। जेल अफसरों व बंदियों ने जब तक उसे उतारा, मौत हो चुकी थी।

नशा न मिलने से तनाव में था?

जेल अफसरों का कहना है कि गुरुवार शाम से फुरकान ने जेल में किसी से बात नहीं की थी। पुलिस उसे चरस का आदी बता रही है। दलील यह कि 22 साल की उम्र में 40 किलो वजन था। नशा न मिलने से तनाव में आकर आत्मघाती कदम उठा लिया।

सवाल और भी हैं

सवाल यह है कि फुरकान को जेल भेजने के पहले बंदी की अस्पताल में स्वास्थ्य जांच हुई तो उसमें अंगुली कटी क्यों नहीं पाई गई? यह बाद में कैसे कटी? रात में अचानक पेट दर्द क्यों हुआ? कहीं उसकी जेल में या जेल से पहले पिटाई तो नहीं की गई थी? जांच में इनके जवाब का इंतजार है। ड्यूटी पर तैनात बंदी रक्षकों पर होगी कार्रवाई : जेल अधीक्षक

वरिष्ठ जेल अधीक्षक आलोक सिंह का कहना है कि पेट दर्द होने पर फुरकान को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिपाहियों की नजर बचाकर शाम को उसने खुदकशी कर ली। अस्पताल में तब जो सिपाही तैनात थे, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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