Cybercrime in Aligarh: WhatsApp पर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह की पुलिस को तलाश
वाट्सएप पर अश्लील चैट करके वीडिया बनाकर ब्लैकमेल करने वाले मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर थाने में रोजाना कोई न कोई इस तरह का मामला सामने आ रहा है। हालांकि जून में पुलिस ने गिरोह के तीन लोगों को झांसी से गिरफ्तार किया था।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। वाट्सएप पर अश्लील चैट करके वीडिया बनाकर ब्लैकमेल करने वाले मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर थाने में रोजाना कोई न कोई इस तरह का मामला सामने आ रहा है। हालांकि जून में पुलिस ने गिरोह के तीन लोगों को झांसी से गिरफ्तार किया था। उन्हीं से पूछताछ के आधार पर पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। यह गिरोह पहले फेसबुक पर लोगों से दोस्ती करता है। फिर झांसे में लेकर वाट्सएप पर कालिंग के दौरान अश्लील वीडियो बना लेता है।
यह है मामला
दरअसल, मूलरूप से बरेली के रहने वाले एएमयू के एक डाक्टर के साथ 19 मई को इसी तरह की ठगी हुई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की तो कुछ बैंक एकाउंट प्रकाश में आए, जिनमें रुपये ट्रांसफर हुए थे। तकनीकी संसाधनों की मदद से पुलिस गिरोह तक पहुंची और 15 जून को झांसी से तीन लोगों को पकड़ लिया। इनके नाम झांसी के थाना सिपरी बाजार के नानकगंज निवासी अशफाख अहमद, थाना सिपरी बाजार के ही चमनगंज कोयले वाली गली निवासी मोहम्मद जावेद व मोहम्मद शोएब हैं। इनके पास से दो मोबाइल, सात पासबुक, तीन चेकबुक, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड व छह-सात सौ रुपये बरामद हुए हैं। आरोपित पहले किसी लड़की के नाम से फेसबुक पर फर्जी तरीके से आइडी बनाते हैं। उसी से पहले फ्रेंड रिक्येस्ट भेजकर दोस्ती की जाती है।
गिरोह के सदस्यों को पकड़ने में जुटी पुलिस
यहां चैटिंग के दौरान वाट्सएप का नंबर ले लिया जाता है। इसके बाद वाट्सएप पर वीडियो काल की जाती हैं। इसी दौरान आपत्तिजनक हालात में वीडियो रिकार्ड कर ली जाती है। इसी वीडियो को परिचित और स्वजन को भेजने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जाता है। इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गिरोह ने अपना जाल बिछा दिया है, जिसमें लोग तेजी से फंस रहे हैं। इसमें टीमें लगाई गईं हैं। कुछ जानकारी मिली हैं, जिन पर काम चल रहा है। जल्द ही गिरोह के सदस्यों को पकड़ा जाएगा।