अलीगढ़ में साइबर ठग ने तैयार कराए खाने के 30 टिफिन, नहीं मंगाने पर गरीबों में बांटे

भुगतान करने के लिए मांगा था खाता नंबर जिसमें 98 रुपये देखकर शातिर ने बंद किया फोन।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 07:32 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 07:32 PM (IST)
अलीगढ़ में साइबर ठग ने तैयार कराए खाने के 30 टिफिन, नहीं मंगाने पर गरीबों में बांटे
अलीगढ़ में साइबर ठग ने तैयार कराए खाने के 30 टिफिन, नहीं मंगाने पर गरीबों में बांटे

जासं, अलीगढ़ : साइबर ठग आएदिन नए तरीकों से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। साइबर सेल में ऐसा ही अनोखा मामला सामने आया है, जिसमें खाने के टिफिन सप्लाई करने वाला सूझबूझ व संयोग से ठगी का शिकार होने से बच गया। साइबर ठग ने आर्डर देकर उससे 30 टिफिन बनवा लिए। पैसे देने की बारी आई तो खाता नंबर मांगा। टिफिन संचालक ने अपने बेटे का पेटीएम खाता नंबर दे दिया। जब शातिर को पता लगा कि उस खाते में रकम ही नहीं है तो उसने फोन बंद कर लिया। कई घंटों तक संपर्क न होने पर टिफिन संचालक को खाना गरीबों में बांटना पड़ा।

क्वार्सी थाना क्षेत्र के रामघाट रोड निवासी प्रदीप भारद्वाज टिफिन सेंटर चलाते हैं। सरकारी कार्यालयों में भी टिफिन देते हैं। प्रदीप के मुताबिक, गुरुवार देररात उन्हें अनजान फोन नंबर से काल आई। कालर ने कहा कि हम पीएसी वाले बोल रहे हैं और बाहर से आए हैं। 30 टिफिन खाना चाहिए। आर्डर के मुताबिक, प्रदीप ने खाना तैयार कर पैक कर लिया। इसके बाद काल आई कि आनलाइन रुपये भेज देता हूं। इसके लिए अपना बैंक खाता नंबर दे दो। पैसा मिलते ही मेरा आदमी खाना लेने आ जाएगा। प्रदीप ने बैंक खाता न होने की बात कही। शातिर ने उनसे एटीएम कार्ड की आगे-पीछे की फोटो मांगी। प्रदीप ने इसे देने से इन्कार कर दिया और अपने बेटे का पेटीएम खाता नंबर दे दिया, जिसमें 98 रुपये थे। शातिर को पता चला कि खाते में रकम ही नहीं है तो उसने फिर से बातों में फंसाने की कोशिश की। कहा, इस खाते में पहले दो हजार रुपये डाल दो। फिर मैं भुगतान कर दूंगा। प्रदीप ने ऐसा करने से मना कर दिया, जिसके बाद शातिर का फोन बंद हो गया। प्रदीप ने कई बार फोन लगाए। लेकिन, नहीं लगा। देररात उन्होंने कटपुला पर जाकर गरीबों में खाना वितरित किया। पीड़ित साइबर थाने में पहुंचा। साइबर थाने के प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि शिकायत मिली थी। साइबर थाने में सिर्फ एक लाख रुपये से अधिक की ठगी के मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। पीड़ित को साइबर सेल भेज दिया था।

chat bot
आपका साथी