आयुष्मान कार्ड बनाने में रुचि न दिखाने पर सीएससी की निरस्त होगी आइडी Hathras News
काफी संख्या में सीएससी संचालक प्रत्येक दिन कैंप लगाकर आयुष्मान कार्ड बना रहे हैं लेकिन कुछ संचालक कार्य करने में रुचि नहीं ले रहे हैं वो या तो फोन नहीं उठाते या कुछ न कुछ बहाना बना देते हैं ऐसे संचालकों पर कार्रवाई की चेतावनी पहले ही दी गई थी।
हाथरस, जेएनएन। आयुष्मान कार्ड में दिलचस्पी न दिखाने पर सीएससी की आइडी निरस्त करने की तैयारी कर ली गई है। करीब 20 से अधिक सीएससी हैं जिन पर निरस्तीकरण की गाज जल्द गिर सकती है।
कैंप लगाकर बनाए जा रहे आयुष्मान कार्ड
काफी संख्या में सीएससी संचालक प्रत्येक दिन कैंप लगाकर आयुष्मान कार्ड बना रहे हैं लेकिन कुछ संचालक कार्य करने में रुचि नहीं ले रहे हैं वो या तो फोन नहीं उठाते या कुछ न कुछ बहाना बना देते हैं ऐसे संचालकों पर कार्रवाई की चेतावनी पहले ही दे दी गई थी मगर चेतावनी के बाद भी उन्होंने कोई सबक नहीं लिया। अब ऐसे कामन सर्विस सेंटरों को चिन्हित कर लिया गया है जो शासन के निर्देशों का मखौल उड़ा रहे हैं।
ये थी योजना
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत का आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) आपकी जेब में है तो किसी भी आकस्मिक बीमारी में बिना वक्त गंवाए चिकित्सक आपको नया जीवन दे सकते हैं, क्योंकि कुछ आकस्मिक बीमारियों में एक-एक पल की बड़ी अहमियत होती है । यही कारण है कि केंद्र व प्रदेश सरकार वह हर सम्भव कदम उठा रही है कि पात्र लाभार्थियों का जल्द से जल्द आयुष्मान कार्ड बना दिया जाए ताकि उनको किसी भी आड़े वक्त में इलाज के लिए किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत न पड़े और न ही कर्ज लेकर इलाज के लिए विवश होना पड़े । इसी को ध्यान में रखते हुए अब प्रत्येक पंचायत,गांव और शहरी इलाकों में शिविर लगाकर मुफ्त में आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे हैं । मगर उन कामन सर्विस सेंटर वालों की शामत आने वाली है जो निर्देशें का पालन नहीं कर रहे थे।
आयुष्मान कार्ड से लाभ
आयुष्मान कार्ड है वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों तक का इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकते हैं बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज व दवा का खर्च इसके तहत कवर होता है। अगर कोई व्यक्ति कार्ड बनने से पहले से बीमार है तो भी उसका इलाज इस योजना के अंतर्गत होगा।इन बीमारियों में मैटरनल हेल्थ और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, एमआरआई, सीटी स्कैन, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, डायबीटीज, कोरोनरी बायपास, घुटना बदलना, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी आदि शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी इस हेल्थ बीमा में कवर किए जा रहे हैं ।