अलीगढ़ में पंचायत चुनाव के मतगणना केंद्रों पर भीड़, कोरोना संक्रमण फैलने का बढ़ा खतरा
अधिकतर स्थानों पर शारीरिक नियमों की धज्जियां उड़ गईं। गांव-देहात के तमाम लोग तो बिना मास्क के ही मतगणना में पहुंच गए।
जासं, अलीगढ़ : पंचायत चुनाव के मतगणना स्थलों पर रविवार को भारी भीड़ उमड़ी। अधिकतर स्थानों पर शारीरिक नियमों की धज्जियां उड़ गईं। गांव-देहात के तमाम लोग तो बिना मास्क के ही मतगणना में पहुंच गए। इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। गांव देहात में संक्रमण की दर बढ़ी तो फिर प्रशासन के सामने इससे निपटने के चुनौती और बढ़ जाएगी।
जिले में 12 विकास खंडों में सुबह आठ आठ बजे मतगणना शुरू हुई। शुरुआत से ही शारीरिक दूरी का पालन कराने के प्रशासनिक दावे हवाई साबित हुए। धनीपुर मंडी का मतगणना स्थल हो या लोधा ब्लाक में विवेकानंद इंटर कालेज, सभी मतगणना स्थल पर जिस तरह से भीड़ उमड़ी, उसे देखकर लग ही नहीं रहा था कि जिला कोरोना के संक्रमण से जूझ रहा है। बिना मास्क व शारीरिक दूरी का पालन किए ही लोग मतगणना स्थलों पर डटे थे। पुलिस के समझाने के बाद भी यह मानने को तैयार नहीं थे। तमाम लोगों ने मास्क तक नहीं पहना था।
सिर्फ तापमान नापने की
हो रही औपचारिकता
धनीपुर ब्लाक के मतगणना परिसर में ही जिस तरह शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लोग एक-दूसरे पर सटे दिखाई दिए, उससे संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। अकराबाद, गंगीरी, अतरौली, खैर, इगलास, गौंड़ा व गभाना के मतगणना स्थल का भी यही हाल था। यहां पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी तापमान नापकर औपचारिकताएं पूरी कर रहे थे। एंटीजन किट से कोरोना की जांच तक नहीं हो रही थी।
...........
भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज
आठ बजे से मतगणना शुरू होनी थी, लेकिन छह बजे से ही लोग धनीपुर मंडी पर जुटने शुरू हो गए। पुलिस-प्रशासन को इन्हें संभालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मंडी के मुख्य गेट के बाहर इतनी भीड़ थी कि इन्हें हटाने के लिए पुलिस को कई बार लाठीचार्ज तक करना पड़ा। लोगों के मंडी गेट से दोनों तरफ से सौ-सौ मीटर तक दूर तक खदेड़ा गया। लाठीचार्ज के कुछ देर बाद ही लोग दोबारा केंद्र पर आ जाते थे।
धूप से परेशान दिखे सुरक्षाकर्मी : मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी। सुबह-शाम तो सब ठीक रहा, दोपहर में सुरक्षाकर्मियों को कड़ी धूप का सामना करना पड़ा।