Mission Women Empowerment : बालिकाओं का आत्मबल बढ़ेगा तभी पस्त होंगे अपराधी Aligarh news
राजा महेंद्र प्रताप सिंह की जयंती पर क्षेत्र के गांव तोछीगढ़ में बालिकाओं के मनोबल और आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए परोपकार सामाजिक सेवा संस्था ने अनूठी पहल शुरू की है। गांव में परोपकार बालिका आत्मरक्षा निशुल्क प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारम्भ किया गया है।
अलीगढ़, जेएनएन : राजा महेंद्र प्रताप सिंह की जयंती पर क्षेत्र के गांव तोछीगढ़ में बालिकाओं के मनोबल और आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए परोपकार सामाजिक सेवा संस्था ने अनूठी पहल शुरू की है। गांव में "परोपकार बालिका आत्मरक्षा निशुल्क प्रशिक्षण केन्द्र" का शुभारम्भ किया गया है। प्रशिक्षण केंद्र की शुभारंम्भ समाज सेवी सुंदर सिंह ने फीता काटकर किया। उन्होंने परोपकार संस्था की इस अनूठी पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा व सराहना करते हुए कहा कि इस मुहिम से बालिकाओं का आत्मबल बढ़ेगा और अपराधियों का हौसला पस्त होगा। परोपकार संस्था बच्चों के शैक्षिक और मानसिक विकास के लिए कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। यह क्षेत्र के विकास के लिए सराहनीय प्रयास है।
बच्चियों को मिलेगा निश्शुल्क प्रशिक्षण
संस्था के प्रधान संरक्षक डॉ. नरेंद्र सिंह आर्य ने कहा कि 'मिशन महिला सशक्तिकरण' के तहत ये प्रशिक्षण केंद्र खोला गया है। जिसमें क्षेत्र की कोई भी बच्ची निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकती है। संस्था के अध्यक्ष जतन चौधरी ने कहा कि खराब माहौल के मानसिक दबाव में अभिवावक बालिकाओं को बाहर नहीं भेज पाते हैं। ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाएं उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। खेलों के प्रशिक्षण के लिए भी बाहर ना जाने की वजह से ज्यादातर बालिकाओं के अंदर की प्रतिभा अंदर ही अंदर दब के रह जाती है। प्रतिभा होते हुए भी बालिका उसे प्रदर्शित नहीं कर पाती हैं। बालिकाओं के मानसिक विकास एवं आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए संस्था द्वारा बालिकाओं के लिए ये पहल की गई है। सरंक्षक सुरेंद्र सिंह आर्य ने कहा कि प्रशिक्षण केंद्र में कुशल ट्रैनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। बालिकाएं प्रात: सात से आठ बजे तक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकती हैं। कार्यक्रम को रमेश चंद्र चौहान, इंजी. हरवंश सिंह ठैनुआं, डॉ. दलवीर सिंह, साधू सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर ट्रेनर अभय कुमार, गुलवीर सिंह, प्रशांत उपाध्याय, साधना, उमा, रितु, चंचल , रमा, तान्या ,आरुशी, दीपिका, दीक्षा आदि के साथ ग्रामवासी भी मौजूद रहे।