अलीगढ़ के थानों में बनी कोविड हेल्प डेस्क, बिना जांच के प्रवेश नहीं Aligarh news

कोरोना को देखते हुए पुलिसकर्मियों के सामने फिर से संकट आ गया है। ऐसे में खुद का बचाव भी जरूरी है। इसके लिए सभी थानों में कोविड हेल्प डेस्क बना दिए गए हैं। यहां चेकिंग के बाद ही अब थाने में घुसने की अनुमति होगी।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 02:22 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 02:45 PM (IST)
अलीगढ़ के थानों में बनी कोविड हेल्प डेस्क, बिना जांच के प्रवेश नहीं  Aligarh news
कोरोना को देखते हुए पुलिसकर्मियों के सामने फिर से संकट आ गया है।

अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना को देखते हुए पुलिसकर्मियों के सामने फिर से संकट आ गया है। ऐसे में खुद का बचाव भी जरूरी है। इसके लिए सभी थानों में कोविड हेल्प डेस्क बना दिए गए हैं। यहां चेकिंग के बाद ही अब थाने में घुसने की अनुमति होगी। अगर यहां पीड़ित किसी भी तरह से संदिग्ध मिलता है तो उसे अस्पताल भिजवाया जाएगा। साथ ही थानों को रोजाना सैनिटाइज किया जा रहा है।

जिलेभर में सतर्कता बढ़ा दी गई

कोरोना को लेकर जिलेभर में सतर्कता बढ़ा दी गई है। ऐसे में दिन-रात जुटे पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को लेकर भी एसएसपी कलानिधि नैथानी ने दिशा-निर्देश जारी कए हैं। सभी थानों कोविड हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। यहां एक सिपाही को पीपीई किट पहनाकर बिठाया गया है। कोई भी शिकायतकर्ता थाने में आता है तो सबसे पहले थर्मल स्कैनिंग होगी। आक्सीमीटर से भी जांच की जाएगी। सबकुछ ठीक होने पर ही थाने में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। अन्यथा पीड़ित को अस्पताल भेज दिया जाएगा। पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को लेकर एसएसपी ने मंगलवार को पुलिस कार्यालय में बैठक भी की थी।

पुलिस अस्पताल में अतिरिक्त बेड तैयार किए जाने के निर्देश

एसएसपी ने पुलिस अस्पताल में अतिरिक्त बेड तैयार किए जाने, सैनिटाइजर, मास्क आदि का प्रयोग करने व विशेष परिस्थितियों में पीपीई किट का इस्तेमाल करने के लिए कहा। साथ ही सहायक नोडल अधिकारी को फायर टैंकर लगाकर कार्यालय व संवेदनशील स्थानों के अलावा विभिन्न बाजारों, आवश्यक भवन, कोविड चिकित्सालय, महत्वपूर्ण चौराहों आदि को सैनिटाइज करने के निर्देश दिए। एसएसपी ने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है, उन्हें दूसरी डोज शत-प्रतिशत लगवाना सुनिश्चित करें। एसएसपी ने कहा कि कोविड से संक्रमित व्यक्ति से अस्पताल में भर्ती होने पर उससे दिन में दो बार कुशलक्षेम पूछें, ताकि रोगी किसी मनोवैज्ञानिक तनाव में न रहें। उन्होंने मेडिसीन किट तैयार करने के लिए कहा, ताकि समय से दवाई उपलब्ध कराई जा सके। हर थाने व कार्यालय को अतिरिक्त मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

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