कोरोना जांच कराने के लिए मतगणना एजेंटों में मारामारी
कोरोना के चलते मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए जांच अनिवार्य किए जाने के बाद ग्राम प्रधान।
अलीगढ़: कोरोना के चलते मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए जांच अनिवार्य किए जाने के बाद ग्राम प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशियों व एजेंटों की कोरोना जांच कराने को सीएचसी में भारी भीड़ लगी रही। आपाधापी के चलते कई बार गर्मागर्म बहस की नौबत तक आई। कोरोना के गांव में भी तेजी से पांव फैलाने के चलते पंचायत चुनाव के बाद रविवार को राजकीय डिग्री कालेज खैर में होने वाली मतगणना को लेकर प्रशासन बेहद सजग है। मतगणना स्थल में प्रवेश को कोरोना जांच बाद की अनिवार्यता के बाद शुक्रवार को एजेंटों की सीएचसी में भारी भीड़ रही। ब्लाक मुख्यालय पर परिचय पत्र पाने को मारामारी के बाद शुक्रवार को सीएचसी पर भी गाइड लाइन का मखौल उड़ता नजर आया। पुलिस ने भी उन्हें सोशल डिस्टेंस का पाठ पढ़ाया, लेकिन उनपर कोई असर न पड़ा। धक्का-मुक्की के चलते कई बार गर्मागर्म बहस भी हुई। मौके पर पहुंचे एसआइ सुरेंद्र बाबू दौहरे, दारोगा मनोज रावत ने लोगों को समझा कर शांत कराया। सीएचसी प्रभारी डा. राहुल शर्मा के अनुसार एजेंटों की जांच का कार्य दो दिन से जारी है। अब तक लगभग 180 की एंटीजन कोरोना जांच की जा चुकी है। शनिवार को भी प्रत्याशी व एजेंटों की जांच होगी। बिगड़ती स्थिति को देख सरकार ने भी दो के बजाए तीन दिन का लाकडाउन घोषित कर दिया है।
कोरोना जांच के लिए प्रत्याशियों की भीड़: कोविड जांच अनिवार्य करने पर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना जांच कराने के लिए शुक्रवार को प्रत्याशियों की भीड़ लगी रही। इस दौरान 178 लोगों की कोरोना जांच की गई, इसमें क्षेत्र के उन 32 लोगों के परिवार भी शामिल रहे जिन्हें कोरोना पाजिटिव आया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव-गांव जाकर उनके परिवार के लोगों का कोरोना जांच परीक्षण किया।