Coronavirus Vaccination Alert in Aligarh : जेल के एल-वन अस्पताल में चल रहा 13 नए बंदियों का इलाज, जानिए क्यों
कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए जेल प्रशासन भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। जहां बंदियों को काढ़ा व हल्दी का दूध पिलाया जा रहा है वहीं उनके इलाज की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जेल में बंदियों के लिए एल-वन अस्पताल बनाया गया है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए जेल प्रशासन भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। जहां बंदियों को काढ़ा व हल्दी का दूध पिलाया जा रहा है, वहीं उनके इलाज की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जेल में बंदियों के लिए एल-वन अस्पताल बनाया गया है, जहां 13 बंदियों का इलाज चल रहा है। इनमें 11 बंदी नए हैं। वहीं एक महिला बंदी भी आइसोलेट है। यहां जेल के डाक्टर के अलावा बाहर से भी दो डाक्टर नियुक्त किए गए हैं।
यह हैं हालात
जिला कारागार में वर्तमान में 3600 कैदी-बंदी मौजूद हैं। इनमें हाथरस के बंदी भी शामिल हैं। रोजाना 30-35 बंदी नए दाखिल होते हैं। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर आई तो जिला कारागार ने सतर्कता बढ़ा दी गईं। बंदियों के लिए कोरोना जांच की व्यवस्था की गई। साथ ही 45 साल से ऊपर की उम्र वाले 600 से ज्यादा बंदियों का टीकाकरण भी कराया गया। हालांकि जेल में कोरोना को लेकर अभी हालात सामान्य हैं। लेकिन, जेल प्रशासन ने ऐहतियात बरतते हुए बंदियों के लिए दो एलवन अस्पताल बना दिए हैं। परिसर में खराब पड़ी कुछ बैरकों को मरम्मत करके यहां स्वास्थ्य सेवाएं शुरू की गई हैं। दूसरा एन वन अस्पताल में महिला बैरक में बनाया गया है। फिलहाल यहां आक्सीजन के 10 सिलिंडर भी मौजूद हैं।
एक डाक्टर व एक फार्मासिस्ट नियुक्त
जेल के अस्पताल के डा. शाहरुख की निगरानी में काम भी शुरू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक डाक्टर व एक फार्मासिस्ट नियुक्त किए गए हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि 13 बंदियों का इलाज चल रहा है। वहीं एक गर्भवती बंदी को एल-टू में भर्ती कराया गया था। डिलीवरी के बाद उसे जेल के महिला एल-वन अस्पताल में आइसोलेट करा दिया गया है।