Coronavirus Alert in Aligarh: गांव-गांव तलाशे जाएंगे कोरोना संक्रमित मरीज, जानिए कैसे
कोरोना की दूसरी लहर शहर से लेकर देहात तक पहुंच गई है। पंचायत चुनाव के बाद हालात और खराब होने की आशंका है। ऐसे में सरकार ने गांव-गाव कोरोना के मरीजों की तलाशने की मुहिम चलाने का निर्णय लिया है
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर शहर से लेकर देहात तक पहुंच गई है। पंचायत चुनाव के बाद हालात और खराब होने की आशंका है। ऐसे में सरकार ने गांव-गाव कोरोना के मरीजों की तलाशने की मुहिम चलाने का निर्णय लिया है। यहां पांच से नौ मई तक विशेषज्ञ अभियान चलेगा। इसमें लक्षण युक्त मरीजों की तलाश कर उनकी आरपीसीआर या एंटीजन जांच होगी। गंभीर लक्षण होने पर तुरंत उपचार भी शुरू किया जाएगा।
कोरोना संक्रमण कस्बों से गांव तक पहुंच गया
अलीगढ़ समेत पूरे प्रदेश में संक्रमण दर तेजी से बढ़ रही है। पहले संक्रमित मरीज शहर में ही पाए जा रहे थे, लेकिन अप्रैल के मध्य अचानक ग्रामीण क्षेत्रों से मरीज निकलने शुरू हो गए। संक्रमण कस्बों से लेकर गांव तक पहुंच गया है। बहरहाल, अभी शहरी क्षेत्रों व स्वास्थ्य केंद्रों में ही कोविड-19 जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं, लेकिन अब विभागीय टीमें गांव-गांव पहुंचकर संदिग्ध मरीजों की तलाश करेंगी। शासन के निर्देश पर पांच मई से जनपद में वृहद स्वास्थ्य सर्वेक्षण अभियान चलेगा। आशा कर्मी घर-घर जाकर संदिग्ध व बाहर से आए लोगों की जांच करेंगी। सर्दी, बुखार, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी, थकान जैसे लक्षण नजर दिखने पर चिह्नित किया जाएगा। ऐसे लोगों का सैंपल कराया जाएगा। कोरोना के लक्षण दिखने पर व्यक्ति को मेडिसन किट दी जाएगी, इसमें कोरोना वायरस के इलाज में कारगर दवा होगी।
ऐसे खानी होगी दवा
आइवरमेक्टिन की 12 एमजी की एक गोली रात में खाने के बाद तीन दिन तक। एजिथ्रोमाइसिन की 500 एमजी की एक गोली तीन दिन तक, डोक्सी 100 एमजी की गोली दिन में दो बार 10 दिन के लिए, पैरासिटामोल 650 एमजी की गोली दिन में तीन से चार बार तीन दिन के लिए शरीर में दर्द या बुखार आने पर। लिम्सी 500 (एसकोर्बिक एसिड 500 एमजी) एमजी की एक गोली रोजाना 10 दिन तक, जिंकोनिया 50 एमजी (एलेमेंटल ज़िंक 50 एमजी) की एक गोली रोजाना 10 दिन तक, कैलसिरोल सचेट हफ्ते में एक बार छह हफ्तों तक।
सीएमअो डा. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि जो लोग अस्वस्थ हैं या जांच में पाजिटिव पाए जाएंगे। उन्हें कोविड प्रोटोकाल के अनुसार इलाज दिया जाएगा। कोशिश होगी बाहर से आए सभी लोगों की स्क्रीनिंग हो जाए। इस अभियान से गांव में फैले संक्रमण की चेन को तोड़ने में सफलता मिलेगी।