अलीगढ़ में अब पहचान पत्र न होने पर भी लगेगा Corona का टीका, जानिए कैसे
स्वास्थ्य केंद्रों पर इस समय 45 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है फिर भी तमाम लोगों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है उनके पास कोई पहचान पत्र नहीं हैैं। अब ऐसे लोगों को टीका लगेगा।
अलीगढ़, जेएनएन। स्वास्थ्य केंद्रों पर इस समय 45 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है, फिर भी तमाम लोगों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है, क्योंकि उनके पास कोई पहचान पत्र नहीं हैैं। अब ऐसे लोगों को पहचान पत्र के बिना ही टीका लगेगा। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। ऐसे लोगों को जिला प्रशासन चिह्नित करेगा।
पहचान के लिए इनका होना जरूरी
45 साल या इससे अधिक आयु के करीब दो लाख लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। करीब 45 हजार लोग दूसरा टीका लगवा चुके हैं। टीकाकरण के लिए आधार कार्ड, वोटर आइडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैनकार्ड, एनपीआर कार्ड या पेंशन प्रमाण-पत्र आदि होना जरूरी है। पहचान पत्र के अभाव में तमाम बुजुर्ग, साधु-संत, जेल में बंद कैदी, मानसिक अस्पतालों में भर्ती मरीज, वृद्धाश्रम के लोग, भिखारी, पुनर्वास केंद्रों में रहने वालों लोगों टीका नहीं लग पाया है। सरकार टीकाकारण को और गति देना चाहती है।
टास्क फोर्स करेगी पहचान
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि ऐसे लोगों को ढूंढऩे का काम टास्क फोर्स करेगी। वह अल्पसंख्यक विभाग, सामाजिक न्याय विभाग व समाज कल्याण विभाग का सहयोग लेगी। सभी का को-विन एप पर पंजीकरण होगा, जिसमें लाभार्थी का नाम, जन्म का साल और ङ्क्षलग दर्ज होगा। मोबाइल नंबर और पहचान पत्र की अनिवार्यता नहीं होगी। फैसिलिटेटर के सत्यापन के बाद टीकाकरण किया जाएगा। टास्क फोर्स के अलावा एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त होगा, जो अलग-अलग समूह के लोगों की पहचान के लिए फैसिलिटेटर नियुक्त करेगा। फैसिलिटेटर लाभार्थियों की पहचान करेगा। नोडल अधिकारी उपलब्ध डेटा के मुताबिक इन लोगों के टीकाकरण के लिए विशेष सत्र लगवाएंगे।